Quantcast
Channel: ShoutMeHindi – Blogging Sikhiye
Viewing all 288 articles
Browse latest View live

घर में बैठकर काम करने का आन्दीय दर्द – Work from Office Vs Home

$
0
0

मैं पिछले कुछ सालों से blogging कर रहा हूँ, और मैं एक home office में से काम करता हूँ. इस post में आपके साथ कुछ ऐसी problems को share करने वाला हूँ जो मुझे घर से काम करने में आती हैं.

मैंने अपना full-time blogging career 2009 के April महीने में शुरू किया. इस तिथि कि असल में महत्वता कुछ भी नहीं है. यह बस मेरी life का वह समय था जब मैंने अपनी job को छोड़ने का फैंसला किया और blogging को career के रूप में चुना.

अधिकतर लोग यह विश्वास रखते हैं कि blogging का एक सबसे बड़ा advantage घर से काम करने का है. आप दिन और रात के किसी भी समय काम कर सकते हैं, और यहाँ तक कि आप अपने पायजामा में भी काम कर सकते हैं. पर घर से काम करना इतना बढ़िया नहीं हैं जितना कि लोग सोचते हैं! यदि आप घर से काम करते हैं, आपको पता है कि मैं किसके बारे में बात कर रहा हूँ? यदि नहीं, तो आप इस post में जानने वालें हैं.

इस post में मैं कुछ महत्वपूरण challenges और issues जो घर में बैठकर काम करने वाले लोगों के सामने आते हैं उनको highlight करने वाला हूँ. आपकी situation मेरे से अलग हो सकती है, परन्तु यदि आप घर से काम करते हैं तो आप बहुत सी similarities को अपने साथ relate कर सकते हैं.

घर में बैठकर कम करने का आन्दीय दर्द

घर में से काम करने के साथ जुडी समस्याएं

काम-काम और काम:

जिस तरह का मैं काम करता हूँ उसके लिए मुझे computer के सामने दिन में कम से कम 14 घंटे बिताने पड़ते हैं. हर महीने मेरी चार या पाँच राते बिना सोये हुए निकलती है जब मैं बहुत ज्यादा busy होता हूँ. यहाँ तक कि ये post भी जिसे आप पढ़ रहें है ऐसे ही एक sleepless रात का outcome है.

जब मैं काम के बारे में सोचता हूँ कि कितना सारा काम मुझे आज complete करना है, यह बहुत overwhelming होता है. Blog posts को लिखना, guest posts को edit करना, comments का reply करना, दूसरे blogs पर comment करना, social media sites पर active रहना, मेरे सभी blogs को मैनेज करना, मेरे blog network की SEO को manage करना, client sites के लिए plan और strategies को बनाना, client sites पर काम करना, clients के साथ बात-चीत करना, advertisers के साथ बातचीत करना, दूसरे bloggers और readers के द्वारा भेजी गयी emails का जवाब देना, दिन में रोज़ दो घंटे feed reading करना, नए software को try करना, नए apps और plugins को try करना, financial हिसाब किताब करना, मेरी किराये की property को मैनेज करना और बहुत कुछ अन्य चीज़े करना.

ईमानदारी से कहूँ, रातों में जागने के बावजूद भी, मैं बड़ी मुश्क्किल से अपने किसी भी दिन के कार्य का 60% तक ही कर पाता हूँ. इसके अंत में मेरा mind और body मुझे और काम के लिए allow नहीं करते क्योंकि उन्हें आराम चाहिए होता है.

घर में बैठकर काम करने की एक सबसे बड़ी problem ये है कि इसका मेरी social-life पर negative impact पड़ता है. इसके बहुत से कारण है, कारणों को मिलाकर, जोकि घर में बैठ कर काम करने वाले और office में जाकर काम करने वाले लोगों में होते हैं. जो लोग घर से बाहर रहकर काम करते हैं उनका अलग lifestyle होता है और उनका एक दिन में बहुत से लोगों के साथ संपर्क होता है. और दूसरे हाथ पर मेरे जैसे लोग जिनका अधिकतर समय घर पर बीतता है, उनके पास लोगों के साथ मिलने के same मौके नहीं होते. मैं यहाँ तक कि ये भी count कर सकता हूँ कि पिछले महीने मैं कितने और कौन से लोगों से मिला. मैंने हजारों लोगों से online communicate कर सकता हूँ या phone पर भी, पर शायद ही एक महीने में 10 से ज्यादा लोगों को personally नहीं मिलता हूँगा.

अपने काम जो मैं रोज़ करता हूँ, उसके इलावा, बहुत से लोगों को मुझे मिलने की expectations होती हैं. मेरे blog के readers रोज़ नया, high-quality content चाहते हैं. जो लोग मेरे साथ काम करते हैं, वे जगह चाहते हैं जिनमे वे मेरे साथ काम कर सकें. मेरे parents उनके लिए मेरा dedicated time चाहते हैं, और यहाँ तक कि मेरा शारीर भी मुझे rest चाहता है! यह list चलती ही रहती है.

जब मैंने अपना blogging career शुरू किया था, मेरी मिलने की कुछ expectations और demands थी. ऐसा भी समय था जब मैं केवल weekdays में काम किया करता था और weekends पर मैं बाहर जाता था और socialize होता था. पर पिछले कुछ सालों में बहुत कुछ बदल गया है. मैंने अपने आप को शनिवार की रात को भी काम करता हुआ पाता हूँ, जब बहुत से लोग बाहर जाकर enjoy कर रहें होते हैं.

इसके साथ ही मैंने अपने घर से पिछले बहुत से सालों से दूर रह रहा हूँ, तो मेरा परिवार के साथ मिलने का time भी distance के कारण limited है.

Frustration, frustration और बहुत ज्यादा frustration:

घर से काम करना और frustration एक package deal की तरह आते हैं. मैंने कभी ऐसा सोचा नहीं, पर पिछले कुछ महीनो में मैंने अपने आप में पैदा हो रहे pressure को महसूस किया.

मैं लोगों के साथ मिलना और hangout करने को miss करता हूँ. (मैं real faceto face मुलाकातों की बात कर रहा हूँ नाकि मेरे online friends की.)

अपनी life को imagine कीजिये आप घर से almost 15 दिनों के लिए कहीं बाहर नहीं गए और फिर आप बाहर जाते हैं एक दम से तो आपको लगता है कि आप किसी और ही दुनिया में आ गये हैं.

ऐसे ही जब मैं लम्बे समय के बाद बाहर जाता हूँ, मैं एक alien कि तरह महसूस करता हूँ. किसी भी friend को मिलना ऐसा लगता है जैसे मुझे किसी ने antidote दी हो और मैं बस मरने ही वाला था.

Targets को set करना और उन्हें achieve करना:

मैं एक planner ही हूँ, और जब बात काम की आती है, मैं उसे strategy के हिसाब से करना पसंद करता हूँ. जब आप घर से आज़ादी से काम करते हैं चाहे, कोई matter नहीं करता की आप कितनी planning करते हैं और यह भी matter नहीं करता कि आप उसपर कितना focus करते हैं और आप कितने passionate हैं. ऐसे ही समय में आप अपनी सारी energy को loss करते हैं और बोर होते हैं. मेरे पास लग-भग 10 plans है जिन्हें मैं शुरू करने की सोच रहां हूँ, और हर महीने मैं इनमे 3 या 4 और नए add करने के बारे में सोचता हूँ. इन सब चीज़ों के लिए मेरे पास बस एक ही चीज़ कि कमी है और वो है समय. मुझे कुछ बड़े नामों के द्वारा interview के offers भी आते हैं, पर मैं simply इन interviews को पूरा करने के लिए भी समय नहीं निकाल पाता.

Feelings और emotions

मेरे college के दिनों में back जाएँ तो, मैं एक ऐसा व्यक्ति हुआ करता था जो कि दुःख के सागर में भी ख़ुशी को ढून्ढ लिया करता था. मेरे किसी भी friend ने मुझे कभी उदास या मायूस नहीं देखा. मैं मेरे आस-पास सभी से प्यार करता था. मैंने happy-go-lucky के kind का एक लड़का था. इन दिनों में मैं महसूस करता हूँ कि वे feelings अब चली गयी है. 24 घंटे 7 दिन laptop के सामने बैठकर बस काम करना मुझे रोबोटिक feel देता है. मैं अपनी खुद की family से detached feel करता हूँ और मेरे close friends से भी. मैं प्रार्थना करता हूँ कि इन सभी चीज़ों से मैं जल्दी ही ऊपर उठ सकूँ.

Office Vs Home

मैंने अपने घर में एक छोटा office setup किया हुआ है जोकि चार-पाँच लोगो के लिए बढ़िया है, पर मैं अपने खुद के office में move करना consider कर रहा हूँ. मैं अपने friend अंकित से बात कर रहा था जोकि मेरी ही तरह काम करता है और वह पिछले साल office में shift हुआ. तो मैंने उसे उसका experience जानने के लिए बुलाया और उसके खुद के शब्दों में:

“जब मैंने office में move किया, पहले कुछ महीनो तक मैं time से office पहुँचता रहा, और सभ कुछ perfect किया, काम समय पर किया, और सब कुछ smooth था. और शायद मैं तीन साल घर से काम करने के बाद office में काम करके enjoy किया. फिर मेरा office जाने का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे हो गया और फिर मैं office 3-4 दिन के लिए जाने लगा नहीं तो मैं घर से ही काम करता.

हर साल मुझे एक police वाले को रिश्वत देनी पड़ती जो कि एक complimentary की तरह आता जब आप office शुरू करते हैं. मुझे अपना office maintain करना पड़ता और देखना पड़ता कि सब कुछ सही है, टीम को maintain करना, meetings और काम आदि.

पहले आपको इसमें मज़ा आएगा, पर बाद में यही आपके लिए frustration का कारण बनेगा. Luckily मेरी गर्लफ्रेंड मेरी partner है, और वह एक बढ़िया manager है. मेरे office को चलाने का खर्चा हर महीने $1300 है. यदि आप मेरे suggestion के लिए पूछ रहें है, तो घर से काम कीजिये और एक office में invest करने की जगह quality लोगों को hire कीजिये और उन्हें अपने साथ काम करने दीजिये.”

Takeaway: हर एक कामयाब आदमी के पीछे एक इस्त्री का हाथ होता है.

तो इससे मुझे confusion हुयी कि मुझे office चाहिए के नहीं चाहिए. उसका point बहुत बढ़िया था, इसीलिए किसी भी कारणों के लिए दूसरे experienced लोगों को consult करना better होता है. वो हमें बढ़िया guide करते हैं.

तो मैं यहाँ था – मैं एक office शुरू करना चाहता था, पर मेरे काम के nature के कारण (blogging, blogging और ज्यादा से भी ज्यादा blogging) एक टीम की इतनी भी ज़रुरत नहीं. Bloggers ऐसे लोग होते हैं जिन्हें एक 9-7 job में बंधे नहीं रहना पड़ता. (नहीं तो ये एक newspaper एजेंसी चलाने की तरह होगा.)

ऐसे कौन से कुछ issues है जो आप घर में बैठकर काम करके face कर रहें है?

अपने विचारों को share करने में फ्री feel कीजिये.

ज़रूर पढ़िए:

Subscribe for more such videos

The post घर में बैठकर काम करने का आन्दीय दर्द – Work from Office Vs Home appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.


2018 के Best Web Hosting Providers

$
0
0

अगर आप अपनी online presence स्थापित करना चाहते हैं तो उसके लिए अपना ब्लॉग या website बनाना एक बढ़िया तरीका है. अब website बनाने के बहुत से तरीके है. कुछ platforms जैसे की Blogger आपको फ्री में ही ब्लॉग बनना allow करता है लेकिन हम जानते हैं कि ऐसे platforms हमें न तो ज्यादा features provide करते हैं और न ही ज्यादा customizations. ऐसे में अपना self hosted blog या website बनाना ही बढ़िया रहता है.

2018 के Best Web Hosting Providers

यदि आप जानना चाहते हैं की ऐसा क्यों तो हमारा ये आर्टिकल ज़रूर पढ़िए: BlogSpot या WordPress, कौन सा platform चुने ?

जब बात self hosted ब्लॉग या website बनाने की होती है, तो WordPress इस मामले में सबसे आगे है. दुनिया की 25% से भी ज्यादा websites WordPress के software को use करके बनायीं गयी है. WordPress software completely फ्री है लेकिन आपको इसकी मदद से अपना self hosted ब्लॉग बनाने के लिए web hosting की ज़रुरत है. Web hosting ही एक ऐसी चीज़ है जोकि आपकी website को दुनिया भर के browsers में खुलने की ताकत देती है.

Web hosting के बारे में डिटेल में जानने के लिए आप हमारा ये आर्टिकल पढ़िए:  Common Web Hosting Packages के बारे में पूरी जानकारी

Newbie bloggers के लिए shared hosting best option होता है, तो इस आर्टिकल हो पढने से पहले main आपको recommend करूँगा की आप ये आर्टिकल भी पढ़ लें: Shared WebHosting क्या है?

यदि आपने ऊपर दिए गए articles को पढ़ा है तो आपको अलग-अलग तरह की hosting के types के बारे में पता लग गया होगा और यह भी पता लग गया होगा की आपको किस type की hosting की ज़रुरत है. तो अब बात आती है ऐसी hosting को खरीदने की जिसपर आप अपनी website को host करने का विश्वास कर सकें. दूसरे शब्दों में कहूँ तो अब बात आती है Best Web Hosting Company के चुनाव की. हमने आपके लिए 2018 की 5 सबसे बढ़िया web hosting companies को नीचे दिया है.

नोट: नीचे दी गयी सभी web hosting proper research और use के बाद ही list की गयी हैं.

Hostgator

जब बात Web Hosting की आती है, तो Hostgator एक ऐसा नाम है जिसका पूरी दुनिया में नाम है और ये अपने quality customer support और बढ़िया सर्विस के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. हम पहले भी Hostgator के बारे में बहुत से articles लिख चुके है और हम अपने ब्लॉग ShoutMeHindi पर भी Hostgator को as first Web Hosting Company to choose recommend भी करते हैं. यदि आप beginner है तो आप Hostgator के shared hosting plans को चुन सकते हैं.

Hostgator Web Hosting

Hostgator सभी तरह की web hosting के plans ऑफर करता है. तो ये मायने नहीं रखता की आप एक छोटे blogger हैं या फिर एक ऐसी व्यक्ति है जिसको hardest web hosting की ज़रुरत है, Hostgator के पास आपको ऑफर करने के लिए बहुत कुछ है.

Hostgator के बारे में detail में सब कुछ जानने के लिए आप ये articles को ज़रूर पढ़िए:


MilesWeb

MilesWeb फिलहाल इतनी popular company नहीं है. लेकिन मैंने MilesWeb को इस list में add करना ज़रूरी समझा क्योंकि मेरा खुद का experince और मेरे clients का experience MilesWeb के साथ किसी भी और web hosting से बढ़िया रहा है. Milesweb एक Indian company है जोकि Make in India और Digital India के initiative को follow करती है. इनके plans की खासियत ये है की वे affordable भी हैं और best resources भी provide करते हैं.

MilesWeb Hosting

आप अपने server की location को भी चुन सकते हैं. उनके servers India में और US जैसी countries में भी हैं. एक और बात जो मुझे MilesWeb के बारे में सबसे ज्यादा अच्छी लगती है, वो है उनका quality customer support. कोई भी समस्या हो, वह आपकी पूरी मदद करते है और जब तक आपकी समस्या ठीक न हो जाये, आपका support करते हैं. अगर किसी company का customer support मुझे आजतक सबसे अच्छा लगा तो वो है, MilesWeb.

एक और बात जोकि WordPress bloggers के लिए इस सन्दर्भ में बढ़िया वो ये है की MilesWeb के WordPress के लिए special plans हैं जोकि बहुत कम दामों में बहुत बढ़िया web hosting offer करते हैं.


GoDaddy

GoDaddy वैसे तो Domain names का कारोबार मुख्य रूप से करती है लेकिन कुछ सालों से उन्होंने अपनी web hosting को promote करना शुरू किया है और वे वाक्य की one of the best web hosting companies की list में शामिल हो चुकें हैं. वे भी इस list में शामिल की गयी दूसरी web hosting companies की तरह ही हर एक type की web hosting offer करते है. भारत में उन्होंने web hosting का एक नया अध्याय शुरू किया जिसमे वे आपको hosting को try करने का trial ऑफर भी देते हैं.

GoDaddy webhosting

GoDaddy की web hosting की पहचान भी उनकी quality web hosting और quality customer support है. GoDaddy ही एक इकलोती भारत में web hosting ऑफर करने वाली company है जोकि अपना support multiple Indian languages में ऑफर करती है. इनका support भी 24/7 on-call रहता है. अगर हम इसे MilesWeb या दूसरी companies के साथ compare करे तो शायद आपको pricing थोड़ी ज्यादा लग सकती है लेकिन quality के साथ वे बिलकुल भी compromise नहीं करते.

ज़रूर पढ़िए:  Godaddy Managed WordPress Hosting पर WordPress कैसे Install करे


Kinsta

यदि आप एक ऐसी website के लिए web hosting चाहते हैं जिसपर चाहे जितना मर्ज़ी ट्रैफिक आ जाये वह कभी भी slow या down न हो, तो Kinsta सबसे बढ़िया choice है. दुनिया के बहुत से बड़े-बड़े bloggers अपने blog और websites की hosting के लिए Kinsta को choose करते हैं. यहाँ तक की ShoutMeLoud और ShoutMeHindi भी Kinsta Web hosting पर ही hosted हैं.

Kinsta Web Hosting

यह basically एक managed WordPress hosting solution है. यानि की आपको कुछ technical करने की ज़रुरत नहीं है. आपके ब्लॉग का ज़्यादातर technical part Kinsta की team के द्वारा manage किया जाता है और आपको एक आसान डैशबोर्ड provide किया जा सकता है जिससे आप खुद भी मेजर actions ले सकते हैं.

Kinsta Hosting के बारे में अधिक जानिए:

Bluehost

Bluehost भी Hostgator की ही एक sister company है. यानि की जितना reliable आप web hosting के लिए Hostgator पर हो सकते हैं उतना ही Bluehost पर भी. लेकिन उनकी services और plans में काफी फरक है, चाहे इनकी quality of सर्विस और customer support एक जैसा है. Bluehost समय-समय पर discounts ऑफर करता है. आपको उन discounts का फायदा उठाना चाहिए. Bluehost के बारे में एक special बात ये भी है की Bluehost WordPress.org के द्वारा recommend की जाने वाली एक web hosting है.

Bluehost webhosting

जैसा की आप ऊपर दिखाए गए screenshot में देख ही सकते है की WordPress.org की official page पर वे Bluehost को recommend करते हैं. इसका कारण Bluehost की popularity भी है. Bluehost फिलहाल 20 लाख से भी ज्यादा websites को host कर रहा है और इस समय के best web hosting providers में से एक है.


आप अपने ब्लॉग को host करने के लिए कौन सी web hosting का use कर रहे है? क्या आप अपनी current web hosting से खुश है? आप हमारे readers को कौन सी web hosting company recommend करना चाहेंगे? यदि आपके मन में कोई और web hosting company है जिसके साथ आपका experience बढ़िया हो, तो ऐसे में हमें comments के ज़रिये बताना मत भूलिए.

Subscribe for more such videos

The post 2018 के Best Web Hosting Providers appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

Less Is the New More – एक राज़ जो कोई भी आपको नहीं बताएगा

$
0
0

मुझे हर समय अच्छा लगने वाला एक quote है – “Less is the new more”. यह मेरा पसंदीदा quote है इसलिए नहीं क्योंकि ये सुनने में अच्छा लगता है बल्कि इसलिए क्योंकि मुझे सच मच में ये quote खुशियों की चाबी लगता है.

Less Is the New More - एक राज़ जो कोई भी आपको नहीं बताएगा

एक चीज़ अपने जीवन में content रहने के लिए है कि चीज़ों को छोड़ने की शक्ति को सीखना.

बचपन से मेरे में ये गुण था कि मैं अपने पास हर एक चीज़ को रखूं. ईमानदारी से कह रहा हूँ कि मुझमे ये गुण था!

मेरे बचपन के घर में मेरी माता जी का Storage room था, जिसमे उनके पास junk की बहुत बड़ी collection थी जो वे कभी use भी नहीं करती थी, पर वे वह सब कुछ खोना नहीं चाहती थी. जब भी मैं अपने माता-पिता को visit करता हूँ, और storage room में जाता हूँ, मैं अपना टूटा हुआ DVD player, मेरे college के दिनों से पड़े speakers और बहुत कुछ और ऐसा ही stuff देखता हूँ, जोकि अब बिलकुल बेकार बस मेरी यादें हैं.

जब भी मैं अपनी माँ को कहता हूँ कि आप इन सब चीज़ों को अब निकल दे वहाँ से, वे कहती है कि वे ऐसा नहीं कर सकती क्योंकि उन चीज़ों के साथ उनका emotional connection है और उन्हें लगता है कि उन्हें किसी भी दिन इन चीज़ों की ज़रुरत पद सकती है.

मैं उन्हें blame नहीं कर सकता क्योंकि जो उन्होंने बताया वह इंसानों का एक स्वभाव है. बहुत आम भी है, यहाँ तक कि यह सभी top corporations के द्वारा भी स्वीकार किया जाता है!

Less is the New More

क्या आपने कभी सोचा है कि Apple ने अपने physical stores क्यों खोले जहाँ पर कोई भी जाकर Apple के products को try कर सकता है?

अपने products को मार्किट करने की ownership के पीछे Apple psychology use कर रही है, और यह उनके लिए बढ़िया काम कर रही है और बहुत सी दूसरी companies के लिए. बिना किसी doubt के Apple के products बढ़िया होते हैं, पर ये Apple के stores ही हैं जिसने उन्हें दुनिया का #1 computing brand बना दिया. Apple अपने brands को market करने के लिए ownership की psychology use करता है.

जब भी हम अपने हाथ में कुछ थामते हैं, हमें वह चीज़ अपनी लगती है. जब भी आप किसी Apple product को या फिर किसी और product को किसी experience स्टोर में अपने हाथ में थामते हैं, आप उस product को खरीदना चाहते हैं/ आप उस हर चीज़ के साथ कनेक्टेड feel करते हैं जिसे आप थामते हैं और touch करते हैं. यही main कारण है कि सभी बड़ी gadget companies से अपने physical stores खोलने शुरू कर दिए हैं.

यह इसका भी एक कारण है कि सभी relationship experts भी suggest करते हैं कि हम अपने चाहने वालों के हाथ थामते हैं – क्योंकि ये एक को दूसरे से connect करने का एक शक्तिशाली तरीका है.

यहाँ पर ये point है कि हम अपने आसपास मौजूद हर चीज़ के साथ connect हो जाते हैं और उन लोगों के साथ भी जिन्हें हम जिन्दगी में मिलते हैं, जिन्हें हमें छोड़ने में भी बहुत तकलीफ होती है. हमें अपने घर में से पुरानी चीज़ों के जाने का बहुत दर होता है कि कहीं हमें किसी दिन उनकी ज़रुरत न पड़ जाये. हमें अपने पुराने रिश्ते भी छोड़ने में तकलीफ महसूस होती है क्योंकि उन्होंने हमें past में किसी न किसी कारण से स्वीकार है, उसकी हानि का हमें डर होता है.

“जाने दो” दो शक्तिशाली शब्द हैं एक शक्तिशाली phrase है जो आपकी जिंदगी को अभी के अभी बदल सकते हैं.

पिछले साल जब मुझे इस concept की significance realize हुयी कि “Less is the new more”, मैंने उन चीज़ों से अपना पीछा छुड़ाना शुरू कर दिया जो अब मेरे और किसी काम की नहीं थी. मैंने उन्हें अपने आस-पास के ऐसे लोगों को देना शुरू कर दिया जिन्हें उनकी ज़रुरत थी या फिर जिन्हें वे बेच पायें.

जिन चीज़ों को मैंने सालों तक प्रयोग किया, उन्हें एक दम से छोड़ना आसान नहीं था, पर जैसे ही मैंने अपनी सबसे करीबी चीज़ें साफ़ करनी शुरू कर दी, मुझे एहसास हुआ कि मेरी जिंदगी से काफी सारा बोझ अब कम हो गया है. इससे मेरी नयी चीज़ों को खरीदने के फैंसलों पर भी फरक पड़ा.

पिछले साल मैंने अपने सारे high school grade sheets, certificates को shred कर दिया जिनकी मुझे अब और ज़रुरत नहीं थी. मैंने उन सभी documents से छुटकारा पा लिया जिन्हें मैं कभी संभल कर रखने के लिए बहुत कीमती मानता था, पर अब मुझे realize हुआ कि उनकी और कोई भी ज़रुरत नहीं है.

यह एक कठिन कार्य था जब मैं इसे कर रहा था, पर जल्दी ही मुझे इस बात का एहसास हुआ कि हर एक चीज़ जिसे मैंने discard किया, इससे मेरी एक चिंता कम हो गयी.

इस बात को साल हो गया है जब से मैं इन सब चीज़ों से अपना पीछा छुड़ाया है, और अपने अनुभव के हिसाब से मैं आपको नीचे दिया गया life hack follow करने के लिए offer करने में comfortable feel करता हूँ:-

ऐसे stuff से छुटकारा पाईये जिसकी अब आपको और ज़रुरत नहीं है और जो अब आपकी जिंदगी में और मायने नहीं रखता.

अपनी पुरानी चीज़ों को ऐसे लोगों को दे दीजिये जिन्हें उनकी ज़रुरत होगी, और या फिर उसे किसी charity को दे दीजिये जो ऐसे लोगों को अपने आप ढून्ढ लेंगे जिन्हें उनकी ज़रुरत होगी. यह एक किताबों की collection हो सकती है, कपड़ों की collection जो अब आप और नहीं पहनते, और अन्य कुछ भी जो कभी आपके लिए important हुआ करता था पर अब नहीं. उन चीज़ों को जाने दीजिये ताकि आप आगे बढ़ सकें और अपने कमरों को और बढ़िया चीज़ों के आने के लिए खाली कीजिये.

“Less=More” के concept को follow करके जो benefits मैंने देखें है:

कम चिंता:

चीज़ों को छोड़ देने के process में ये सबसे बड़ा पीड़ा है जो मैंने अभी तक नोट किया है. अब मुझे उन gadgets की चिंता करने की और ज़रुरत नहीं है जो महीनो तक मेरे drawers में पड़े रहते थे. जब भी मैं कहीं travel करता हूँ, मुझे अब और अपने घर पर पड़ी चीज़ों के बारे में चिंता करने की ज़रुरत नहीं है, क्योंकि अब मेरे पास वहां कुछ अधिक है ही नहीं! चीज़ें जो मुझे सच-मुच में चाहिए होती है, हमेशा मेरे साथ होती है और उन्हें carry करने की चिंता भी कम होती है!

अधिक ख़ुशी:

Less-Stuff-More-Happiness-600x600

यह fact less worry =  more happiness एक no-brainer है. पर हम तब भी खुश होते हैं जब हम किसी और को खुश करते हैं. जब भी हम कुछ किसी और को देते है जिनके पास वह नहीं होता उनकी ख़ुशी और उत्साह हमारे लिए बेशकीमती गिफ्ट होता है.

यदि आप इसके बारे में सोचें यह एक बढ़िया exchange है: मैं अपनी चिंताओं को किसी और की खुशियों में बदल रहां हूँ. हर कोई जीतता है.

अधिक पैसा:

मैं हर एक चीज़ किसी को देता नहीं था. मैंने अपनी कुछ पुरानी चीज़ों को उन्हें बेचकर extra cash में बदला. और इस सारे process ने मेरी खर्चने की आदतों पर प्रभाव डाला, क्योंकि अब मैं इस बारे में अधिक सचेत हूँ कि मुझे अपने घर पर और जिंदगी में क्या लाना है और इस तरीके से मैं इस नारे में अधिक thoughtful हूँ कि मुझे अपन पैसों को कैसे खर्चना है.

इस post से real takeaway suggestion ये है कि less = more.

हर चीज़ का एहसास कीजिये जो अब आपके लिए और किसी काम की नहीं.

अपनी चीज़ों को ऐसे लोगों को दीजिये जिन्हें उनकी ज़रुरत वास्तव में है और उनकी दुआएं पाईये, वह आपको शायद हमेशा याद रखें.

सच में, आप एक सम्मानित किये गए व्यक्ति होंगे, क्योंकि आप खुश होंगे जब आपके पास कम होगा, – जोकि असल में अधिक होगा.

आपके “less is more” के बारे में क्या विचार हैं? क्या आपने अपनी जिंदगी में इस concept को try किया है? यदि किया है तो इसका आपकी जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ा है?

ज़रूर पढ़िए:

यदि आप “less is more” के concept में विश्वास रखते हैं, इस post को अपने दोस्तों के साथ Facebook, Twitter and Google Plus पर share करना मत भूलिए और सभी तक ये बात पहुंचाएं “Less is the new more”.

Subscribe for more such videos

The post Less Is the New More – एक राज़ जो कोई भी आपको नहीं बताएगा appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

आपका Facebook Account कब, कहां और किसने किया इस्तेमाल, जाने हिंदी में ?    

$
0
0

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है रहमान और मैं हूँ Try Tech Info का Founder, तो चलिए शुरू करते है।  दोस्तों आज के इस टेक्नोलॉजी के जमाने में किसी का बैंक अकाउंट हो या ना हो लेकिन Facebook अकाउंट तो जरूर होगा। और आप सभी तो जानते ही हैं कि आज के समय में हैकिंग का कितना बोलबाला है।

एक क्लिक में किसी भी प्रकार की जानकारी जैसे पासवर्ड वगैरह आसानी पूर्वक निकाल लेते हैं। और अगर बात करें Facebook कि। तो Facebook पर हजारों लाखों लोग घर बैठे एक दूसरे से अपनी महत्वपूर्ण बातें या फिर गोपनीय जानकारी साझा करते रहते हैं। अब टेक्नोलॉजी के इस जमाने में हो सकता है किसी ने आपका Facebook अकाउंट भी हैक कर लिया हो। जिस कारण हो सकता है कि वह आपकी सभी एक्टिविटीज पर नजर रख रहा हो। लेकिन अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं कि आपका Facebook Account कब कहां और किसने इस्तेमाल किया है यह आप पता लगा सकते हैं। जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़ते रहिए.

Facebook account

आखिर पता कैसे लगाएं ?

दोस्तों आपका Facebook Account कब कहां और किसने इस्तेमाल किया है यह पता लगाने के लिए आप सबसे पहले अपने Facebook Account में Login कर लीजिए। जब आप Login कर लेते हैं तो आप कुछ इस तरह के स्क्रीन पर आ जाएंगे।

facebook 1

अब आपको सिर्फ अपने Facebook अकाउंट की सेटिंग में जाना है।

facebook 2

और जब आप Setting पर क्लिक करते हैं तो कुछ इस तरह की स्क्रीन पर आ जाएंगे।

facebook 3

यहां पर आपको सिर्फ Security and login पर क्लिक करना है जिसके बाद आपको बता दिया जाएगा कि आपका Facebook Account किन किन जगह पर इस्तेमाल किया जाता है। अब अगर आप चाहे तो उनको Logout भी कर सकते हैं। Logout  करने के लिए साइड में दिए गए तीन डॉट वाले बटन पर क्लिक करें और तत्पश्चात Logout कर दें।

और अगर आप चाहते हैं कि वह दोबारा से आपके Facebook Account में Login ना कर पाए तो इसके लिए आप अपना Facebook पासवर्ड भी बदल दें।

ज़रूर पढ़िए:

तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ, की अब आप यह पता लगा सकते है, की आपका Facebook Account कब कहां और किसने इस्तेमाल किया है। और यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया या फिर आपका कोई भी सवाल एवं सुझाव है, तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते है। और ऐसे ही नई जानकारी लगातार प्राप्त करने हेतू आप हमारी वेबसाइट Trytechinfo.com पर विजिट कर सकते है और हो सके तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताके वह भी इस जानकारी के के बारे में जान सके, धन्यवाद्.

Subscribe for more such videos

The post आपका Facebook Account कब, कहां और किसने किया इस्तेमाल, जाने हिंदी में ?     appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

HTML, CSS, PHP क्या हैं और आपके लिए इनका क्या use है?

$
0
0

इस article में आप जानेंगे कि HTML, CSS, PHP क्या हैं और आपके लिए इनका क्या use है. यह basically beginners के लिए एक guide है जोकि HTML, CSS या फिर PHP के बारे में जानने के लिए interested है और इन्हें सीखना शुरू करना चाहते हैं.

HTML, CSS, PHP क्या हैं और आपके लिए इनका क्या use है

HTML

HTML की full फॉर्म है, Hyper Text Markup Language. यह एक ऐसी language है जोकि web pages और web applications को बनाने के काम में आती है. आम तौर पर HTML को CSS और Javascript जैसी दूसरी technologies के साथ use किया जाता है और फिर World Wide Web के माध्यम से पूरी दुनिया में websites का संचार चलता रहता है. हमारे web browsers में खुलने वाली almost हर एक चीज़ के पीछे एक HTML document ही होता है. दूसरे शब्दों में कहें तो Web browsers HTML documents को open करते हैं. HTML किसी भी एक webpage का structure define करता है और यह निश्चित करता है की page में क्या कैसे दिखेगा.

HTML pages के building blocks HTML elements होते हैं. जैसे की यदि आप किसी भी web page में कोई image देखते हैं तो उसके पीछे <img> element का प्रयोग होता है जोकि basically HTML में Image Tag कहलाता है. ऐसी ही basic paragraph के लिए <p> tag use होता है. इसी प्रकार और बहुत से tags होते हैं जिनको use करके पूरा webpage बना होता है. यदि आपका एक blog है या website है, जोकि WordPress पर बना है तो शायद आपको कभी इन tags को use करने की या फिर HTML में कोडिंग करने की ज़रुरत अभी तक न पड़ी हो. ऐसा इसलिए क्योंकि WordPress जैसे CMS को बनाया ही इस तरीके से गया है की ये non-techy लोगों के लिए useful हों. पर actual में WordPress भी आपके द्वारा दिए गए input को HTML में convert करके लोगों को दिखता है. HTML documents का file extension .html या .htm होता है. लेकिन आप कहेंगे की सभी websites के साथ .html या .htm तो लगा नहीं होता लेकिन वो होते HTML documents ही हैं, उसके बारे में भी आप जन-जायेंगे यदि आप इसे सीखना शुरू करेंगे.

यदि आप HTML के बारे में इससे पहले कुछ नहीं जानते थे, तो शायद आपको ये चीज़ें अभी confuse कर सकती हैं, लेकिन आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं हैं, क्योंकि अब HTML के बारे में बहुत से resources online available है, जिससे कोई भी beginner बस कुछ ही दिनों में HTML expert बन सकता है.

HTML basically Internet का एक standard है जिसके rules निर्धारित करना, W3.org का काम है. जो नियम इन्होने बनाये हैं, वही rules HTML आधारित versions में पूरी दुनिया में एक standard के रूप में प्रयोग होते हैं. अभी HTML का latest version HTML 5 है.

यदि आप HTML सीखना चाहते हैं तो हमने आपके लिए नीचे एक HTML Tutorials की Playlist दी है जिससे की आप हिंदी भाषा में HTML को सीख सकते हैं:

CSS

CSS की full-form होती है, Cascading Style Sheets. जैसे HTML किसी भी web page का structure define करता है, उसी प्रकार CSS एक ऐसी language है जिससे की आप किसी भी web page को styling दे सकते हैं. हालाकि HTML की मदद से भी हम अपने webpages को styling दे सकते हैं लेकिन केवल एक limit तक. अपने webpage को अत्यंत अच्छा और बढ़िया बनाने के लिए हमें HTML के साथ-साथ CSS को use करने की आवश्यक्ता होती है.

दुनिया भर की websites HTML को use करके अपने webpage का structure define करती हैं और फिर CSS से styling करके बढ़िया दिखती हैं. CSS को तीन तरीके से use किया जाता है, एक तरीका है की HTML document में ही <style> tag को use करके internal CSS का use, दूसरा तरीका है किसी भी HTML tag या element में style attribute का use करके inline CSS लगाना और तीसरा तरीका है की CSS के लिए एक अलग file create करना और उसमे CSS लिखना. इसे external CSS stylesheet कहते हैं और इसका extension .css का होता है. External CSS का फायदा ये होता है की आप एक ही CSS file हो multiple HTML pages पर implement करके multiple pages की styling एक ही बार में कर सकते हैं.

CSS में आप tags या HTML elements को select करके उनको अलग-अलग style देते हैं. जैसे कि यदि आपने किसी paragraph का background colour change करना हो तो उस tag को select करके उसमे CSS की background color change करने की property को लगाना.

हिंदी भाषा में CSS को सीखने के लिए आप YouTube की नीचे दी गयी playlist को देख सकते हैं.

Static Vs Dynamic Websites

PHP के बारे में जाने से पहले आपको Static और dynamic Websites के फरक को समझना होगा.

केवल HTML और CSS का प्रयोग करके बनी websites को हम static websites कहेंगे क्योंकि इनको use करके हम static webpages create करते हैं यानी की एक बार हमने जो कोडिंग लिख दी वो fix होती है और उसी हिसाब से हर बार web browser में same चीज़ ही open होती है. लेकिन हर बार ऐसी websites की आवश्यक्ता नहीं होती है. अक्सर हमें dynamic websites की आवश्यक्ता होती है. Dynamic websites ऐसी websites होती हैं, जिनमे user के हिसाब से content change होता रहता है. WordPress CMS से हम dynamic websites ही create होती है. Dynamic websites में अक्सर हमारी साईट की files के साथ-साथ एक database का प्रयोग होता है.

आप static और dynamic में फ़रक ऐसे समझ सकते हैं की static websites का content सभी के लिए same होता है और न ही उनमे किसी प्रकार के database का प्रयोग होता है. दूसरी तरफ dynamic websites में Database का प्रयोग होता है.

PHP

केवल HTML और CSS के प्रयोग से हम database को access नहीं कर सकते. उसके लिए हमें किसी न किसी server side scripting language की ज़रुरत होती है. PHP एक server side scripting language है जिसका प्रयोग अक्सर database connectiviy के लिए होता है. PHP की full-form है, Hypertext PreProcessor. ये एक ऐसी language है जिसका code HTML में user को show नहीं हो सकता. इसका code केवल web developer ही देख सकता है और वो भी server को access करके. PHP code server के resources को use करता है और फिर अपना काम करता है. HTML code को execute होने के लिए केवल user end के resources की जरूरत होती है. लेकिन PHP केवल server side ही run कर सकती है.

PHP से आप किसी भी तरह की dynamic website create कर सकते हैं. यदि आप एक WordPress blogger हैं, तो आपको ये पता होना चाहिए की WordPress भी PHP के code से बना है. इसीलिए आपको WordPress installation के लिए एक database को setup करने की भी ज़रुरत होती है.

जी भी posts, pages या अन्य content आप WordPress में लिखते हैं, वह किसी text file में नहीं, बल्कि आपके connected MySQL database में store होता है. फिर PHP की मदद से WordPress आपके इस content को database से fetch करता है और users को दिखता है.

यही कारण है कि यदि आपकी website पर ट्रैफिक ज्यादा होगा, तो आपको ज्यादा powerful web server की ज़रुरत होगी.  क्योंकि PHP server पर फिर ज्यादा load डालेगी.

PHP को हिंदी में सीखने के लिए आप नीचे दी गयी YouTube playlist को देख सकते हैं.

ज़रूर पढ़िए:

तो कैसा लगा आपको हमारा ये पोस्ट? यदि आपके कोई questions या सुझाव हो, तो आप comments के ज़रिये हमें ज़रूर बताईये.

Subscribe for more such videos

The post HTML, CSS, PHP क्या हैं और आपके लिए इनका क्या use है? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

SEO के बारे में Top 10 Myths – BUSTED

$
0
0

यदि आप एक blogger हैं तो आप अपने ब्लॉग या website पर ट्रैफिक लाने के लिए हमेशा ही संघर्ष करते रहते होंगे. आपको ये पता है की अपने ब्लॉग पर Search Engine से ट्रैफिक लाने के लिए अपने ब्लॉग की SEO (Search Engine Optimization) करनी होगी. इसलिए अब आप बहुत से अलग-अलग SEO related blogs पर जब आप इसे करने के तरीकों के बारे में research करते हैं तो आपको हर जगह अलग-अलग चीज़ें बताई जाती हैं. अब कौनसी चीज़ें सही है या कौनसी नहीं, ये तो आप की खुद की समझदारी और experience पर ही depend करता है.

SEO के बारे में Top 10 Myths BUSTED

चलिए फिर भी कुछ myths ऐसे है जोकि SEO के विषय में बिना वजय लोगो को गुमराह करते हैं. ऐसी ही चीज़ों के बारे में आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे.

तो चलिए जानते हैं, SEO के बारे में Top 10 Myths जो हम अलग-अलग लोगों से सुनते हैं. इन points के बीच हमने अपने दूसरे articles के links लिए हैं, जिन्हें आप follow करके उस particular topic के बारे में अधिक जान सकते हैं.

  1. Meta Tags matter नहीं करते

एक समय होता था, की जब Search Engine में अलग-अलग साइट्स की ranking केवल meta tags जैसे की meta title, meta description और tags पर ही depend करती थी. लेकिन वो समय काफी पहले था. जैसे-जैसे technology में advancements हुयी हैं, वैसे-वैसे search engines sites को meta tags की बजाय content की quality और लोगों की जरूरत के हिसाब से रैंक करने लगें हैं. ऐसे में बहुत से लोग आपको ये कहेंगे की आप Meta tags का प्रयोग करना ही छोड़ दें.

लेकिन ये बहुत बुरी advice होगी. चाहे meta tags का महत्व पहले जितना नहीं है, लेकिन फिर भी आज की date में भी ये बहुत matter करते हैं. इसलिए आपके लिए मेरा ये सुझाव होगा की आप हर पोस्ट में meta tags का प्रयोग ज़रूर करें.


  1. केवल .com domain लेने सी आपके blog पर ट्रैफिक आएगा.

ये एक बहुत बड़ा myth है और इसे burst करना बहुत ज़रूरी है. ज़्यादातर blogs पर suggest किया जाता है की आप अपने ब्लॉग या website के लिए केवल .com domain ही लें और इसके इलावा यदि आप कोई और domain लेंगे को आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक नहीं आएगा. ऐसा बिलकुल भी नहीं हैं.

आप चाहे कोई भी domain extension लेते हैं, उसका search इंजन से ट्रैफिक के साथ कुछ खास लेना देना नहीं है. Domain के extension का मतलब आपके customers या visitors के लिए ज्यादा matter करता है. बात ये है कि आपको एक ऐसा domain name extension लेना चाहिए जोकि लोगों के मन में आसानी से याद रह सके. अब usually सब websites के साथ .com लगाते हैं तो .com लोगों के मन में बसा हुआ है. लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल भी नहीं है कि दूसरे domain extensions जैसे कि .in, .co, .coffee आदि पर ट्रैफिक नहीं आएगा. इनकी value .com की तरह है. Country specific websites के लिए .in जैसे domains कई बार .com से बढ़िया साबित होते हैं.


  1. Backlinking या Internal linking matter नहीं करती.

आजकल बहुत से लोग आपको content के बारे में तो बहुत लम्बे-चौड़े सुझाव देंगे लेकिन साथ-साथ आपको ऐसा कहेंगे की backlinking करना या internal linking करना matter नहीं करता क्योंकि Content is the King. मैं इस बात को मानता हूँ कि content ही king है लेकिन यदि आप natural तरीके से internal linking और backlinking करते हैं तो यह आपके content की quality का ही एक plus point होता है. इसलिए ये भी एक myth है की backlinking या internal linking से आपको कोई भी SEO benefit नहीं मिलता है.


  1. जिसका content जितना नया होगा, वो ऊपर रैंक करेगा.

जैसे-जैसे चीज़ों का नवीनकरण होता है, वैसे-वैसे content भी पुराना होता जाता है और उसकी जगह नयें content की आवश्यक्ता होती है. अब जैसे कोई किसी का ब्लॉग content 2-3 साल पुराना है लेकिन वो अभी पहले number पर रैंक कर रहा है, इसका अर्थ ये तो बिलकुल भी नहीं है कि यदि आप अभी नया content लिखकर पब्लिश कर देते हैं और आपका content रैंक कर जायेगा.

चाहे, जो ब्लॉग अभी पहले रैंक कर रहा है, उसका content पुराना है, लेकिन और बहुत से factors है जोकि उस ब्लॉग को पहले number पर रैंक करवाने में उसके लिए plus points है. इसीलिए content को नया करने से केवल, कुछ नहीं होता.


  1. SEO Agency को hire करने से आपके blog की ranking बढ़ जाएगी

यह भी एक बहुत बड़ा myth है की यदि आप किसी SEO Agency को अपने ब्लॉग या website की SEO करने के लिए hire करेंगे तो आपके ब्लॉग की ranking बढ़ जाएगी. ऐसा तो बिलकुल भी sure नहीं है. हाँ, मैं ऐसा भी नहीं कहता कि आपको benefit नहीं होगा. कुछ agencies सही होती है, तो आपके ब्लॉग की SEO करने में आपकी मदद करती है. लेकिन देखिये SEO एक time consuming और long term में result देने वाला process है, तो ऐसे में कोई SEO agency hire करने से आपको कुछ benefit नहीं होगा. मेहनत फिर भी आप की ही लगेगी.


  1. Guest Blogging से कुछ नहीं होता

SEO करने के लिए लोग बहुत से black hat तरीके जैसे की irrelevant blogs पर guest posting करके spam backlinks create करना इत्यादि भी करते हैं. ऐसे में जो लोग सही तरीके से guest blogging करके natural backlinks बनाते हैं तो उनके मन में कहीं न कहीं ये वहम हो सकता है की यदि वे Guest blogging करते हिज तो शायद वह भी spam की तरह treat हो और शायद उससे उनको कोई भी benefit न हो. देखिये ऐसा बिलकुल नहीं होता है, यदि आप सही तरीके से natural way में guest posting करेंगे तो आपको surely benefits ही होंगे.


  1. Keyword Research करने से कुछ नहीं होता

बहुत से लोग Keyword research नहीं करते और जो मर्ज़ी अपने ब्लॉग पर content के रूप में लिख देते हैं और फिर बैठे देखते हैं कि उनके ब्लॉग पर आखिर ट्रैफिक क्यों नहीं आ रहा है. अब आप खुद सोचिये यदि आप अपने ब्लॉग पर कुछ ऐसा लिखेंगे जिसे लोग search ही नहीं कर रहें है तो फिर आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आखिर आ कहाँ से जायेगा?

इसीलिए, मैं आपको बता दूँ की SEO का बहुत पहला step content के लिए Keyword research करना है.


  1. Paid Search से आपके blog की rankings भी अच्छी होंगी

काफी सारे Digital marketers आपको ये बतायेंगे की यदि आप Google के paid search compaigns जैसे की Google Adwords के ज़रिये advertise करेंगे तो जिस website को आप advertise करेंगे तो उसे search इंजन benefit देगा और उसकी ranking भी बढ़ेगी.

क्या आपको seriously लगता है की Google ऐसा करेगा? Google कहता है की उसका मंतव है: लोगों जो चाहते हैं उनको देखायिये, बाकि सब अपने-आप पीछे आएगा. Google search results में किसी भी हद में केवल अच्छे results ही show करेगा जो वह अपनी algorithms से decide करता है. ऐसे में यदि आप paid campaigns करेंगे भी तो भी आपको को कोई organic search benefit तो बिलकुल भी नहीं मिलेगा.


  1. ज्यादा content length से ज्यादा ट्रैफिक आता है

ज्यादा content SEO के लिए एक plus point होता है, लेकिन इसका अर्थ ये नहीं की यदि आपके पास ज्यादा content होगा तो ही आप पहले number पर रैंक कर पाएंगे. ज्यादा content के साथ-साथ उसकी quality और अन्य बहुत से factors है जो matter करते हैं. केवल ज्यादा content लिखकर या फिर ज्यादा posts लिखकर आप कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे.


  1. Social Media sharing matter नहीं करती

अब जब आप Search इंजन से ट्रैफिक लाने की बात करते है तो बहुत से लोग सोचते हैं की Social media का तो इसमें कोई लेना-देना है नहीं और Social media sharing से SEO में कोई benefit नहीं होगा. ये भी एक बहुत बड़ा myth है.

चलिए अंत में इस myth को भी burst करते हैं. जैसे आपके blogs के पास जितने ज्यादा quality backlinks होते हैं, उसका benefit मिलता है, उसी प्रकार जितने ज्यादा social media पर shares होंगे, उसका benefit भी ज़रूर मिलता है और Search Engine ranking के major factors में Social Media sharing एक है. इसीलिए आप एक बात को पक्का करें की आप अपने ब्लॉग posts में sharing options रखें ताकि आपके readers posts को शेयर कर सकें और आपके social media पर signals strong हो सकें.


तो कैसा लगा आपको हमारा ये आर्टिकल? इन myths को अपने blogger friends के साथ, social media पर शेयर करना मत भूलिए. (देखा! हम भी अपने readers को social media पर articles को शेयर करने के लिए advice करते हैं.) यदि आपका कोई question हो तो आप हमसे comments के ज़रिये ज़रूर पूछिए. क्या कोई ऐसा और SEO myth है जो आपको लगता है की burst होना ज़रूरी है?

Subscribe for more such videos

The post SEO के बारे में Top 10 Myths – BUSTED appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें?

$
0
0

नमस्कार, कई बार ऐसा होता है कि हमारा WordPress password खो जाता है या फिर हमें किसी न किसी कारण से उसे change करने की आवश्यक्ता होती है. तो ऐसे में WordPress के डैशबोर्ड में “Edit My Profile” में जाकर बड़ी ही आसानी से एक new password generate किया जा सकता है.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें

लेकिन यदि आपके ब्लॉग में बहुत ज्यादा users हैं और आप एक ही बार में सभी का password change करना चाहते हैं, तो ऐसे में आपको एक-एक user के साथ login करके सभी के लिए passwords को generate करना होगा. PhpMyAdmin interface से आप सभी users के password एक बार में ही change कर सकते हैं. इसके इलावा यदि आप किसी भी कारण से अपना WordPress डैशबोर्ड ही access नहीं कर पा रहें, जैसा कि जब आप अपना password भूल जाते हैं, तो ऐसे में phpMyAdmin में जाकर password change करना ही एक विकल्प बचता है.

इस आर्टिकल में हम step by step जानेंगे की आप ऐसा कैसे कर सकते हैं.

PhpMyAdmin से password reset करने की step by step guide:

इस process में आपको अपनी web hosting के panel में login करना होगा और उसमे फिर phpMyAdmin में भी login करना होगा. नीचे मैंने cPanel Web Hosting की example से screenshots के साथ बताया है:

Step 1: अपनी Web Hosting के द्वारा provide किये गए interface से आपको cPanel में login करना है. आपने जिस भी web hosting प्रोवाइडर से hosting ली होगी, उन्होंने आपको email में details भेजी होंगी, जिनसे की आप cPanel में login कर सकते हैं. इसके बारे में अधिक जानने के लिए आप हमारा ये आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं: अपने Blog या Website के लिए Subdomain कैसे बनायें? (इस आर्टिकल में subdomain cpanel की मदद से create किया गया है तो आपको इससे cPanel के बारे में जानकारी मिलेगी)

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें - 1

Step 2: एक बार जब आप cPanel में login कर जाएँ, वहां आपको, Databases के section के अन्दर, phpMyAdmin पर click करना है. उसके बाद आपके सामने या तो सीधा ही phpMyAdmin logged in खुलेगा या फिर आपको उसमे login id और password भरके उसे login करना होगा. ये details आपको hosting वाले बताते है या फिर इन्हें आप WordPress साईट create करते समय खुद डालते हैं.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें - 2

Step 3: एक बार जब आप phpMyAdmin में successfully logged in हो जाएँ, तो आपके सामने नीचे दिए गए screenshot की तरह ही एक interface open होगा, जिसमे आपके MySQL server पर host websites के database होंगे, अब आपको पता होना चाहिए कि इनमे से आपकी WordPress website का database कौन सा है. उसको आपको left navigation pane में से select कर लेना है.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें - 3

Step 4: उसके बाद आपके सामने आपकी WordPress website के सभी database tables open हो जायेंगे. इसमें से आपको users वाला टेबल select कर लेना है, जोकि इस case में wp_users है. आप इसे left navigation pane या right display से जैसे भी चाहें select कर सकते हैं.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें - 4

Step 5: उसके बाद आपके सामने नीचे दिए गए screenshot की तरह ही टेबल open हो जायेगा. इसमें आपके WordPress साईट के जितने भी users होंगे, वे दिखेंगे. आपको उस user को select कर लेना है जिसका की आप password reset करना चाहते हैं और उसके corressponding वाले Edit के link को click करना है जैसा की नीचे दिए गए screenshot में indicate किया गया है.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें - 5 new

Step 6: उसके बाद, आपके सामने उस user की पूरी database टेबल row open हो जाएगी, जिसमे आप सारी editing कर सकते हैं. इसमें आपको यदि username change करना है, तो आपको user_login वाली field में simply अपना username डाल देना है, जो भी आप रखना चाहते हैं और नीचे Go के button पर click कर देना है. लेकिन password change करना इतना आसान नहीं है.

WordPress के database में passwords user_pass नाम की field में md5 format में store किये जाते हैं. आप देखेंगे कि जो इस field में value है, उसका आपके मौजूदा password से भी कोई connection नहीं है. लेकिन ये simply आपके simple text password की md5 code फॉर्म है. तो आप जोभी password अब नया set करना चाहते हैं, आपको सबसे पहले उसे md5 format में convert करना होगा. एक बार आप ऐसा कर लें तो आपको उस md5 में convert किये गए password को इस user_pass field में डाल देना है और फिर Go के button पर click कर देना है. फिर आपका password change हो जायेगा.

नीचे बताया गया है की आप किसी भी text को md5 में कैसे convert कर सकते हैं.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें - 6

किसी भी Text को md5 format में कैसे convert करें?

आप किसी भी text को md5 में convert करने के लिए, किसी एक Text to MD5 Hash convert tool का use कर सकते हैं. एक example tool ये है: md5 hash generator

इसमें आप simply अपना password type कीजिये और Generate के button पर क्लिक करने पर आपको md5 format मिल जायेगा.

PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें - 7


ज़रूर पढ़िए, हमारे अन्य useful articles:


मुझे आशा है की आप इस tutorial को follow करके phpMyAdmin से अपने WordPress ब्लॉग या website का password change करना सीख गए होंगे. यदि आपके इस related कोई भी questions हैं, तो आप हमसे comments के ज़रिये पूछ सकते हैं. इस आर्टिकल को अपने friends के साथ social media पर शेयर करना मत भूलिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस तरीके के बारे में जान पायें.

Subscribe for more such videos

The post PhpMyAdmin से WordPress Blog का password कैसे reset करें? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे? (Pagination in WordPress Posts)

$
0
0

आपने बहुत सी websites ऐसी देखी होंगी जिनमे की एक ही आर्टिकल को अलग-अलग pages में बनता गया होता है और उन अलग-अलग pages की numbering को post में ही कहीं दिखाया होता है जिसकी मदद से आप आसानी से pages को browse कर पायें. By default pagination का concept WordPress blogs के homepages पर होता है, जिससे कि आप अलग-अलग articles को browse कर पायें. लेकिन आज हम जानेंगे की यदि आपका पोस्ट ज्यादा लम्बा है या फिर और भी किसी कारण से आप अपने post को pages में divide करना चाहते हैं तो आप ऐसा कैसे कर सकते हैं.

WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे

चलिए इससे पहले जानते हैं,

Posts को pages में divide करने के SEO effects

यदि आपका post का content काफी engaging है और बढ़िया है तो लोग ज़रूर पहले page को पढने के बाद दूसरे pages को खोलेंगे और इससे दो चीज़ें बढेंगी, आपकी site के page viewes और average user time, जोकि वह आपकी साईट पर बिताता है.

यदि आपने अपनी website को AdSense या अन्य ad network से monetize किया हुआ है तो ad impressions भी बढ़ेंगे, जिससे की आपकी revenue बढ़ सकती है. लेकिन याद रखें, यह दो conditions केवल तभी संभव है, यदि आपका content high quality, engaging और attractive होगा.

आपने बहुत से blogs और websites देखें होंगे, जोकि Quotes और thoughts लिखते हैं, वे इसी तरीके से content को pages में बाँट देते हैं. Google या अन्य कोई भी search इंजन, हर एक page को अलग-अलग index करेगा, लेकिन वह इतना समझदार है, की उसे पूर्ण रूप से स्पष्ट होता है कि किस एक page को सबसे ऊपर रैंक करना है. तो यदि आप इस उम्मीद से pagination करना चाहते हैं की आपने सारे ही pages higher रैंक हो जायेंगे, तो आप गलत सोच रहें हैं.

Google या कोई भी अन्य search इंजन pagination वाले article को एक ही article के रूप में देखेंगे. तो आप एक बात ध्यान रखें, pagination केवल user level enagement और ease of browsing के लिए बढ़िया रहती है नाकि किसी extra SEO benefit के लिए.

WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे?

WordPress में Posts को pages में बांटना काफी आसान है. आप WordPress के visual text editor से ही बड़ी आसानी से pages में content को बाँट सकते हैं. लेकिन आपको एक चीज़ पक्की करनी होगी, और वो है:

क्या आपकी theme post level pagination को support करती है?

ज़्यादातर themes, आजकल post level pagination को support करती है, लेकिन यदि आपकी नहीं करती, तो आप कुछ third पार्टी plugins की मदद ले सकते हैं, जैसे कि: Pagination For Posts

यह plugin कुछ और बहुत बढ़िया features जैसे कि Ajax based loading भी support करता है, यानि कि बिना page reload किये page change करना.

चलिए ये तो होगी एक बात लेकिन आप इसके बिना भी pagination बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं, यदि आपकी theme support करती है.

यदि आपने अभी तक TinyMCE plugin install नहीं किया, जोकि WordPress के बहुत सारे complex visual editor tasks को आसान बना देता है तो main आपको recommend करूँगा की आप वो अभी download और activate कर लें.

वैसे तो आप इस plugin को use किये बिना भी pagination कर सकते हैं लेकिन यह plugin इस काम को काफी आसान कर देता है.

Steps:

सबसे पहले अपना सारा content लिख लें, सारा का सारा content एक ही page पर, WordPress के visual editor में, फिर जहाँ-जहाँ पर आप content को pages में split करना चाहते हैं, वहां-वहां enter press कर दें, जैसा की मैंने नीचे screenshot में किया है.

WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे (Pagination in WordPress Posts)

अब यदि आपने Tiny MCE Advanced plugin install किया होगा, तो आपके visual editor में Insert का menu होगा, उसमे जाईये, और फिर Page Break के option पर click कीजिये.

WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे (Pagination in WordPress Posts) 2

जहाँ-जहाँ आप ऐसा करेंगे, वहाँ-वहाँ पर PAGE BREAK हो जायेगा और वो वाला content एक अलग page पर display होने के लिए ready होगा.

WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे (Pagination in WordPress Posts)

आप देख सकते हैं, जैसा की मैंने दो जगह, page ब्रेक किया तो 3 अलग-अलग pages create हो गए. जहाँ-जहाँ page ब्रेक होगा, उसके बाद का content next page पर display होगा.

WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे (Pagination in WordPress Posts)

Note: चाहें, आप TinyMCE Advanced plugin use करते हों, या नहीं, आप Visual mode की जगह, text mode में जाकर, ये tag: <!–nextpage–> लिखकर भी page को ब्रेक कर सकते हैं.


ज़रूर पढ़िए:


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्सकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post WordPress में Posts को pages में कैसे बांटे? (Pagination in WordPress Posts) appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.


WordPress में Short Links या Pretty Links कैसे create करें?

$
0
0

आपने बहुत सी websites पर देखा होगा की webmasters बड़े-बड़े ugly links को छुपाने के लिए short links create कर देते हैं, जोकि visitors को दिखने में बढ़िया भी लगते हैं, और length में भी छोटे होते हैं. आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि आप ऐसे links कैसे create कर सकते हैं. आपने हमारे blogs, ShoutMeLoud या ShoutMeHindi पर ही देखा होगा की हमने बहुत सारे links के लिए, shortlinks create किये हुए हैं, जैसे कि एक example मैंने नीचे दिया है.

WordPress में Short Links या Pretty Links कैसे create करें

मैंने एक ये link create किया है: https://shoutmehindi.com/go/gmail-signup/

ये link दिखने में काफी सरल लगता है, ये link हमें Gmail के signup page पर redirect कर देगा. ये तो एक बहुत ही simple सी example है. आप इस technique को use करके किसी भी बड़े से बड़े और बध्धे से बध्धे लगने वाले URL को बढ़िया Shortlink में convert कर सकते हैं.

ShortLinks WordPress में कैसे create कर सकते हैं?

किसी भी URL को अपने domain के under या फिर किसी भी third पार्टी सर्विस के domain URL के under shorten और convert करने की इस technique को link cloaking कहते हैं.

आप इस चीज़ को बढ़िया तरीके से डिटेल में समझने के लिए हमारा नीचे दिया गया आर्टिकल पढ़ सकते हैं.

Link-Cloaking-Example

ऊपर दी गयी image इस बात को clearly दर्शाती है की cloaked link Uncloaked link से कितने बढ़िया होते हैं. मैं आपको इस article में दो plugins को use करके बताऊंगा की आप अपनी website पर ऐसा कैसे कर सकते हैं.

यदि आपकी कोई website नहीं है या फिर आप social media के ज़रिये promotion करते हैं, तो उसके लिए भी मै आपको link shortening का process बताऊंगा.

सबसे पहले हम WordPress के scenario से चलते हैं. WordPress में हम दो plugins recommend करते हैं, एक है, ShoutCodes और दूसरा है, Prettylinks.

ShoutCodes को use करके आप कुछ ऐसे Shortlinks create कर पाएंगे:

https://shoutmehindi.com/go/your-keyword/

इसमें URL में एक middle directory go होगी. आप इस go keyword की जगह कोई भी और keyword भी रख सकते हैं, जैसे की refer, help, out आदि.

जबकि यदि आप Prettylinks को use करते हैं तो आप ऐसे shortlinks create कर सकते हैं.

https://shoutmehindi.com/your-keyword/

आप देख सकते हैं की इसमें कोई भी middle directory नहीं है.

अब ये आपकी मर्ज़ी है की आप कौनसा use करना चाहते हैं. नीचे मैंने आपको दोनों plugins को use करके दिखाया है.

ShoutCodes से Shortlinks कैसे create करें?

आपको Shoutcodesplugin install और activate कर लेना है. उसके बाद आपके WordPress डैशबोर्ड के left pane में ShoutCodes में जाइये और फिर Settings में जाईये, इसमें आप अपना middle directory keyword set कर लीजिये, जोकि by default go होता है. एक बात ध्यान रखें कि इसे सोच समझ कर set करें क्योंकि इस plugin से बनाये गए सभी URLs के लिए ये applicable है. अगर आप बार-बार ये word change करेंगे तो इसका negative SEO impact होगा.

Shoutcodes Redirection 2

Last option को tick करके आप सभी links को nofollow रख सकते हैं. ये plugin affiliate links बनाने के लिए बढ़िया है, क्योंकि affiliate links को nofollow रखना बढ़िया होता है.

Shortlink create करना तो बस seconds का काम है, ShoutCodes में simply जाकर, जो keyword आप रखना चाहते हैं, वो set कीजिए, target URL डालिए और फिर यदि आप उस link पर हुए clicks को ट्रैक करना चाहते हैं तो Count वाले option को tick कर दीजिये. इसके बाद simply Add Redirect के button पर click कर दीजिये, आपका Shortlink create हो जायेगा.

Shoutcodes Redirection

जब आप बहुत से shortlinks create कर लेंगे, तो ये कुछ ऐसा दिखेगा. आप जब चाहे, किसी भी link को edit कर सकते हैं, hits देख सकते हैं और कभी भी किसी भी link को delete कर सकते हैं.

Shoutcodes Redirection Links

PrettyLinks से Shortlinks कैसे create करें?

इसमें भी आप exactly same process को follow करके shortlinks create कर सकते हैं. तो इसमें मैंने केवल नीचे screenshots दिए हैं, आप इन्हें देख कर Prettylinks से shortlinks आसानी से create कर सकते हैं.

यह shortlinks create करने के लिए बनाया गया सबसे popular plugin है जिसके 2 लाख से भी ज्यादा active installs हैं.

ShoutCodes plugin में आप हर एक link के लिए nofollow या follow property set नहीं कर सकते थे. एक बार आपने जो property set कर दी, वो सभी links के लिए applicable होती थी, लेकिन इसमें आप ऐसा कर सकते हैं, तो ये इस plugin को use करने के लिए एक plus point है.

ये बहुत ही ज्यादा featureful plugin है, जिसके सारे features आप यहाँ देख सकते हैं.

इस plugin के tutorial के लिए मैंने एक GIF create की है, जोकि नीचे दी गयी है:

ShoutMeHindi pretty links tutorial

Non-WordPress Shortlinks कैसे create करें?

जो लोग WordPress use नहीं करते या फिर जिनके खुद के domain names नहीं हैं, वे Google की link shortening सर्विस का use कर सकते हैं, जिसका नाम और URL है: https://goo.gl/

इसके tutorial की GIF भी नीचे दी गयी है:

Google Link Shortner ShoutMeHindi Tutorial


ज़रूर पढ़िए:


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्सकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post WordPress में Short Links या Pretty Links कैसे create करें? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

WordPress में Disqus commenting system कैसे add करें?

$
0
0

Disqus WordPress के लिए बना एक बहुत ही popular third-party commenting system है जिसे की आप उनके plugin को use करके बड़ी ही आसानी से अपने WordPress ब्लॉग या website में भी add कर सकते हैं. यह commenting system अपने कुछ ख़ास features और professionality के कारण जाना जाता है. दुनिया भर के बहुत से बड़े-बड़े blogs और websites हैं जोकि इस system को अपनी website पर comments को manage करने के लिए use करती हैं, हालाकि हम ShoutMeHindi या ShoutMeLoud पर इस commenting system का use न करके, WordPress के default system का ही use करते हैं. हमारी तरह बहुत से अन्य professional bloggers है जोकि WordPress का default commenting system use करना ज्यादा prefer करते हैं. इसके बारे में अधिक जानने के लिए आप ये link follow कीजिये.

WordPress में Disqus commenting system कैसे add करें

चलिए इस system को अपनी website या ब्लॉग पर लगाने के हर एक blogger या webmaster के अपने कारण हो सकते हैं. इसको mind में रखते हुए, हमने आपके लिए ये आर्टिकल दिया है.

Disqus Commenting System के कुछ बढ़िया features नीचे mention किये गए हैं:

  • Threaded Comments
  • Email Notifications और Subscriptions
  • Comment Moderation के लिए बढ़िया tools
  • Spam को prevent करता है
  • आप Disqus को use करके हुए सारे comments को default WordPress system पर दुबारा import कर सकते हैं.
  • Responsive है और mobile supportive है

चलिए फिर step by step जानते हैं की इसे अपनी WordPress website में कैसे add करना है.

इस page पर जाईये और फिर Get Started पर जाईये.

किसी भी अन्य service की तरह अपनी email या फिर अपने किसी भी social media account को use करके अपनी profile disqus पर बना लीजिये.

फिर आपको अपनी website को इसमें add और configure करना होगा. इसका एक screenshot भी नीचे दिया गया है:

Create DISQUS Profile

अब अगला step Disqus commenting system को अपने CMS के साथ integrate करने का होगा. इसमें सबसे पहले आपको WordPress के option को चुन लेना है. दूसरे CMS और softwares के लिए भी Disqus available है.

DISQUS Platform integration

अब आप अपने WordPress डैशबोर्ड में जाकर इसके plugin को install कर लें. Plugin installation के बारे में tutorial भी आप यहाँ से पढ़ सकते हैं.

एक बार आप इस plugin को install और activate कर लें, उसके बाद आपको बस थोडी सी configuration करनी होगी.

Select DISQUS Website

जो भी websites और blogs आपने अपनी Disqus profile में add किये होंगे, वो आपको यहाँ पर दिखेंगे, जब आप इस plugin को अपने Disqus account के साथ configure कर लेंगे.

जिस भी साईट पर आपने ये system लगाना है, बस उसे select करके Next कीजिये. That’s it! Disqus commenting system आपके WordPress ब्लॉग में add हो जायेगा. आपके existing WordPress के default comments को इसमें import होने में कुछ समय लग सकता है, depend करता है की आपके ब्लॉग पर exisiting comments का count क्या है.

इसी page पर plugin settings पर जाईये और next page के नीचे Import and Export में आप देख सकते हैं कि एक button होगा, Export comments तो Disqus. उसपर click कीजिये और ये export का काम शुरू हो जायेगा.

अब समय है की आप Disqus की website पर वापिस जाईये, और कुछ settings को configure कीजिये जोकि आपके लिए useful हो सकती हैं. मैं आपको recommend करूँगा कि आप अपने ब्लॉग पर होने वाले हर एक comment को खुद moderate कीजिये. आप नीचे देख सकते हैं की मैंने इस सन्दर्भ में क्या settings की हैं.

DISQUS Comment configuration

बस इतना ही, आप इस tutorial को follow करके बड़ी ही आसानी से Disqus commenting system को enable कर पाएंगे. इस commenting system के default WordPress commenting system के साथ comparison में कुछ pros and cons हैं. मैं आपकी तरफ से जानना चाहूँगा की ये क्या हैं और आपको इसके बारे में और क्या कहना है? कृपया comments में ज़रूर बताएं.

मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्सकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

ज़रूर पढ़िए:

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post WordPress में Disqus commenting system कैसे add करें? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

WordPress में Posts के बीच-बीच में ads कैसे insert करें?

$
0
0

आपने बहुत सी websites और blogs को देखा होगा जिनमे post के content के बीच-बीच में ads लगाये होते हैं. लेकिन यदि आप एक beginner हैं, तो आप पाएंगे कि WordPress में केवल sidebars में ads करने के options होते हैं. इस आर्टिकल में हम जानेंगे की आप भी उन blogs और sites की तरह ads को बीच-बीच में add कर सकते हैं.

WordPress में Posts के बीच-बीच में ads कैसे insert करें

WordPress के post content के बीच-बीच में ads insert करना actually बहुत आसान है. आपको इसके लिए बस एक plugin की ज़रुरत है. वैसे तो ads को post के बीच-बीच में लगाने के लिए बहुत सारे plugins avilable हैं, लेकिन आज main आपको एक ऐसे plugin के बारे में बताऊंगा जिसको use करना बहुत ही ज्यादा आसान है, जोकि बिलकुल simple है, और आप इसकी मदद से केवल ads ही नहीं बल्कि किसी भी तरह का content पोस्ट के बीच-बीच में add कर सकते हैं.

इस plugin का नाम है: Insert Post Ads

यह एक बहुत ही बढ़िया और specially beginners के लिए बना plugin है जिसके की 20,000+ active installs हैं. आप इस plugin को install और activate कर लें.

एक बार आप इस plugin को activate कर लें, आपके WordPress के डैशबोर्ड के left pane में Post Aderts नाम का option होगा, उसपर click कीजिये, जैसा की नीचे दिए गए screenshot में दिखाया गया है.

WordPress में Posts के बीच-बीच में ads कैसे insert करें - 1

अब आपके सामने नीचे दिखाए गए screenshot की तरह इस plugin का डैशबोर्ड open हो जायेगा. इसमें आपकी सभी ads और अन्य content की जानकारी display होगी.

सबसे पहले आपको display settings करनी हैं. जहाँ भी आप ads दिखाना चाहें, उस option को select करके, Save Settings के button पर click कर दीजिये. जैसा कि नीचे हमने Posts और Pages पर इसे display करवाने के लिए check किया हुआ है.

WordPress में Posts के बीच-बीच में ads कैसे insert करें - 2

अब जिस भी ad को आप पोस्ट के बीच में कहीं भी लगाना चाहते हैं, उसका ad code copy करके रखें. अब इसी screen पर ऊपर Add New Post के option पर click कीजिये. उसके बाद आपके सामने नीचे दिए गए screenshot की तरह fields आ जाएँगी जोकि आपको भरनी होंगी.

WordPress में Posts के बीच-बीच में ads कैसे insert करें - 3

  • सबसे पहली field में आप अपनी ad को पहचानने के उद्देश्य से कोई भी एक title दे दें. जैसे कि: AdSense Ad in the end
  • उसके बाद ad का code या जो भी content आप दिखाना चाहते हैं, उसका code Advert code वाली field में enter कर दीजिये.
  • उसके बाद Display the advert वाली field में आपको set करना होगा कि आप इसे कहाँ पर दिखाना चाहते हैं. Post के content के ऊपर दिखाने के लिए, Before content को choose कीजिये, Post content के बिलकुल end में दिखने के लिए, After content पर क्लिक कीजिये और यदि आप पोस्ट के बीच में कहीं भी paragraphs के अन्दर ad को दिखाना चाहते हैं तो , After paragraph वाले option को choose कीजिये.
  • यदि आप After paragraph option को choose करते हैं तो जैसा कि नीचे दिए गए screenshot में दिखाया गया है कि आपको ये specify करना होगा की आप ad को कौनसे paragraph के बाद show करना चाहते हैं. जैसे कि आप देख सकते हाँ कि मैंने यहाँ 5 set किया है. तो ये वाली ad मेरे blog के post और pages में 5th paragraph के बाद display होगी.

WordPress में Posts के बीच-बीच में ads कैसे insert करें - 4

Publish होने के बाद आपकी ad पोस्ट के बीच में उसी जगह पर display होगी जहाँ पर भी आपने specify किया होगा. तो देखा आपने कितना आसान है, ads को पोस्ट के बीच-बीच insert करना!

आप इससे केवल ads ही नहीं बल्कि अन्य कोई भी content पोस्ट के बीच में insert कीजिये, जैसे की Subscription box आदि.


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

ज़रूर पढ़िए:

नीचे दिए गए पहले पोस्ट को पढ़कर, आप ads को अपने ब्लॉग में लगाने के अन्य बहुत से तरीकों के बारे में जानिए.

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post WordPress में Posts के बीच-बीच में ads कैसे insert करें? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

SQL क्या है? MySQL Database का WordPress में क्या काम है?

$
0
0

इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि Database क्या होता है? SQL क्या है? MySQL Database क्या है? और WordPress और MySQL database आपस में कैसे काम करते हैं. इससे आपको WordPress के बारे में काफी कुछ नया पता लगेगा और आप यह सब जानने के बाद इसको एक नयें नज़रिए से देखेंगे.

SQL क्या है MySQL Database का WordPress में क्या काम है

SQL क्या है?

SQL की full form Structured Query Language है. ये language database पर कोई भी operations perform करने के लिए use की जाती है. इसको अच्छी तरह समझने के लिए, आपको पहले Database और queries को समझने होगा.

Database क्या होता है?

चलिए सबसे पहले आपको जानना होगा कि Database क्या होता है:

Wikipedia के शब्दों में, “किसी कम्प्यूटर प्रणाली पर संचित आंकडे (डेटा) को कम्प्यूटर डेटाबेस कहते है। इन आंकडों को किसी विशेष पद्दति का अनुसरण करते हुए संग्रह किया जाता है। इन आंकडों के आधार एक किसी प्रश्न (जिज्ञासा) का समाधान शीघ्रता से प्राप्त किया जा सकता है। प्रश्न पूछने के लिये एक विशेष कम्प्यूटर भाषा का प्रयोग किया जाता है। जिज्ञासा के समाधान के रूप में प्राप्त आंकडे सम्यक निर्णय लेने में सहायक होते हैं। ऐसे कम्प्यूटर प्रोग्राम जो कम्प्यूटर पर आंकडों को संग्रह करने, उनका प्रबन्धन (आंकडे जोडना, परिवर्तित करना, परिवर्धित करना आदि) करने एवं आकडों पर आधारित प्रश्न पूछने के काम आते हैं, उन्हे डेटाबेस प्रबन्धन प्रणाली(डी बी एम एस) कहते है।”

  • नोट: जिज्ञासा शब्द Query को हिन्दी में कहा गया है.

तो इस प्रकार Database एक ऐसा system होता है जिसमे अलग-अलग tables में rows और columns की form में अलग-अलग तरह का डाटा save किया जा सकता जिसे की webpages में ज़रुरत पड़ने पर fetch किया जा सकता है और डाटा store भी किया जा सकता है. अब Database अलग-अलग तरह के होते हैं, जैसे की MySQL Database, MS Access, Oracle, Sybase etc.

Database के साथ जुडती एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज़ है, Query जिसके बारे में जानना आपके लिए बहुत ज़रूरी होगा, वो है Query.

Database Systems में Query क्या होती है?

Database में जब हम कोई भी operations perform करते हैं, तो database को instructions हम queries की फॉर्म में में देख सकते हैं. Example के तौर पर, जब हमें Database में कोई data store करना होता है तो उसके लिए queries लगती हैं और जब कोई data fetch करना हो, database से तो उसमे भी queries लगती है.

Wikipedia के शब्दों में इसकी एक बेहतरीन example:

किसी संस्था के कर्मचारियों के डेटाबेस पर यह Query की जा सकती है कि कौन-कौन से कर्मचारी ३० वर्ष से कम उम्र के हैं तथा जिनकी आय ३ लाख रूपये वार्षिक से अधिक है।

इन queries की language SQL होती है. यानि की queries को हमें SQL language में लिखना होता है.

आपको शायद अभी ये सब चीज़ें complicated लग सकती है, लेकिन ये सब कुछ बहुत ही ज्यादा simple है. मैं आपको recommend करूँगा कि आप Database और queries को अच्छी तरह से समझने के लिए नीचे दी गयी video देखें.

MySQL क्या है? WordPress में क्या काम है?

MySQL एक relational database management system है जिससे कि हम database create और manage कर सकते हैं. WordPress database के लिए MySQL का use करता है क्योंकि WordPress की ही तरह MySQL भी फ्री और open-source software है.

यदि आप WordPress को अपने web server या web hosting पर install करने के classical तरीके को देखें, तो उसमे पहले आपको database को MySQL के phpMyAdmin interface में जाकर create करना होता है और उसके बाद ही आप WordPress को install कर सकते हैं.

आजकल की सभी web hosting companies one click WordPress installation offer करके ये सारा काम backend में automated तरीकों से कर देती हैं और आपको पता भी नहीं लगता. यदि आप इस process को देखना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा हमारे YouTube चैनल ShoutMeHindi पर ही upload किया गया नीचे दिया गया video देख सकते हैं:

MySQL को सीखने के लिए आप नीचे दी गयी video series को follow कर सकते हैं:

WordPress का database MySQL के phpMyAdmin interface में नीचे दिए गए screenshot की तरह दीखता है:

MySQL Database for WordPress Example

इस case में shoutmehindi नाम का MySQL database एक fresh WordPress installation ने create किया है. इस database में by default 12 tables हैं जैसा कि आप screenshot में देख सकते हैं. इनमे से हर एक टेबल WordPress की अलग-अलग जानकारी को store करता है.

Example के लिए मैंने नीचे एक और screenshot दिया है जोकि wp_posts नाम के टेबल का है, इसमें आपके द्वारा WordPress में लिखे गए सभी posts का data होता है.
MySQL Database Table for WordPress Example

इस image को अच्छी तरह देखने के लिए, इसपर click करें.

आप देखेंगे कि आपके WordPress blog पर लिखा जाने वाला हर एक पोस्ट इसमें होगा, एक-एक row में. ध्यान से देखने पर आप हर एक column और field का मतलब समझ जायेंगे. जैसे कि post_title में आपके पोस्ट का title होता है और post_content में post का सारा content html form में होता है.

इसी प्रकार, यदि आप अलग-अलग fields में अलग-अलग चीज़ों की values stored होती हैं. यदि आप additional plugins install करते हैं, तो वे भी अपने कुछ अलग tables create कर लेते हैं. इसी कारण अलग-अलग WordPress blogs के database में tables का count अलग-अलग होता है.

WordPress की root directory में wp-admin वाले folder में सभी php files में instructions होती हैं की database में से data को कैसे fetch करना है और finally एक webpage के तौर पर कैसे display करना है. WordPress में images और अन्य media based data database में store नहीं होता बल्कि wp-content वाले folder के अन्दर uploads नाम के folder में store होता है.

मुझे आशा है कि आप इस आर्टिकल से WordPress और इसके database systems के बारे में काफी कुछ जान पाये होंगे. Database systems के बारे में यदि आप interest रखते हैं, तो ये एक बहुत ही बढ़िया बात है, आप ऊपर दिए गए video tutorials को देखके इस field में महारथ हासिल कर सकते हैं.


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

ज़रूर पढ़िए:

नीचे दिए गए पहले पोस्ट को पढ़कर, आप ads को अपने ब्लॉग में लगाने के अन्य बहुत से तरीकों के बारे में जानिए.

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post SQL क्या है? MySQL Database का WordPress में क्या काम है? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें?

$
0
0

बहुत से bloggers AMP pages में errors होने के कारण, अपना बहुत सारा mobile ट्रैफिक और rankings loss करते हैं. इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि AMP pages में आने वाले errors को कैसे find करें और फिर उन्हें ठीक कैसे करें. ये tutorial WordPress platform के लिए हैं, फिर भी दूसरे platforms के लिए भी valid है, क्योंकि process similar है.

AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें

AMP के विषय पर हमने पहले भी एक आर्टिकल publish किया है, इस article को पढने से पहले मैं आपको recommend करता हूँ कि आप एक बार उससे भी go-through हो लें.

AMP setup करने के बाद भी कई बार, plugin updates के कारण या फिर बहुत से अन्य कारणों के कारण, आपके AMP pages में errors आ सकते हैं. यदि आप time पर इन errors को ठीक नहीं करते, तो आप पक्का अपना AMP ट्रैफिक loss करेंगे, क्योंकि Google errors वाले AMP pages को अपने search engine results में rank नहीं करता. तो ऐसे में बहुत ज़रूरी है की जैसे की आपको पता लगे कि आपके किसी AMP page में error है, आप उस error को find करके, उसे correct करें.

AMP Pages में errors कैसे find करें?

चलिए सबसे पहले जानते हैं की आप AMP pages में errors कैसे find करें.

AMP pages में errors के बारे में आपको दो तरीकों से पता लगता है. पहले तरीका: यदि आप Google Search console (Google Webmaster Tools) use करते हैं, तो आपको पता होगा कि यदि आपकी website या इसके किसी भी page में कोई issue होता है, तो Google आपको email करके उसके बारे में सुचेत कर देता है और फिर आप उसपर अपना action ले सकते हैं.

ऐसे में Google आपको चाहे error exact फॉर्म में बता देता है लेकिन फिर भी उसे आपको पूरी तरह ठीक करने के लिए समझना पड़ता है. एक और बात Google आपको instantly नहीं बताता. पहले Google error detection में समय लेता है और फिर आपको कुछ दिनों बाद email करता है.

वैसे AMP errors को find करने के लिए कुछ plugins भी available है, लेकिन AMP एक बहुत ही dynamic project है जिसमे बहुत जल्दी कुछ न कुछ changes आ जाते हैं. इसलिए main आपको कोई भी plugin recommend न करके, Google के offical AMP validator tool को error detection के लिए use करने का recommend करता हूँ.

Google AMP Validator से AMP pages में errors कैसे find करें?

तो चलिए जानते हैं की Google AMP validator से आप errors कैसे find कर सकते हैं.

Google Search कीजिये, “AMP validator”

AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें - find

Search results के अन्दर ही आपके सामने ऊपर दिए गए screenshot की तरह Test and preview your AMP page का option आएगा. आपको इसमें अपने AMP page का URL डालना है जिसको कि आप check करना चाहते हैं. ध्यान रखें की सभी amp pages के URLS के end में /amp/ डालना मत भूलिए, अन्यथा ये tool Not A Valid AMP Page का error show करेगा.

AMP URL enter करने के बाद Run Test के button पर क्लिक कीजिये. उसके बाद ये आपके AMP page को analyze करना शुरू करेगा.

AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें - 1

यदि आपके AMP pages में कोई भी errors नहीं होंगे, यानि की आपका AMP page valid होगा, जैसे कि ShoutMeHindi blog का AMP homepage है तो आपको नीचे दिए गए screenshot की तरह show होगा.

AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें - 2

लेकिन यदि आपके AMP page में errors होंगे तो आपको errors का count show होगा, जैसा कि आप नीचे दिए गए screenshot में देख सकते हैं:

AMP Testing tool

ये आपको पूरी डिटेल में बतायेगा की error है क्या और error क्या पर है, फिर उस हिसाब से आप उसको सही कर सकते हैं. अधिकतर errors आम तौर पर prohibited HTML tags के होते हैं. यानि कि जो errors तब आते हैं जब आपके AMP pages में ऐसे tags used होने पर आते हैं जोकि AMP के rules के according use करना मन है. तो आप अपने हिसाब से उन tags को हटा कर errors को ठीक कर सकते हैं.

इसी प्रकार, यदि आप Search Console अथवा Google Webmaster tools use करते हैं, तो वो भी आपको AMP errors के बारे में सूचित करता है, जैसे की नीचे दिए गए screenshots में दिखाया गया है:

AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें - 5

ऊपर दिया गया screenshot Google Search console में website के messges section से लिया गया है और नीचे दिया गया screenshot इसके नए beta version में से लिया गया है जिसमे कि ये errors को डिटेल में show करता है:

AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें - 4

AMP errors को fix कैसे करें?

हर एक issue के बाद, वहाँ पर Find out more about this issue के नाम से एक help link दिया होगा. आप इस link पर जाके जान सकते हैं की इस particular error को कैसे ठीक करना है.

WordPress में यदि multiple pages पर same errors होते हैं, तो आप एक बार में ही उनको ठीक कर सकते हैं. उसके लिए कुछ plugins available हैं, जैसे कि AMP for WP – Accelerated Mobile Pages

यदि आप अपनी website पर AMP pages को setup करने के लिए इस plugin को use करते हैं, तो पहली बात तो काफी कम संभावनाएं हैं की आप WordPress ब्लॉग के amp pages में errors होंगे, यदि फिर भी होते हैं, तो इस plugin में काफी options दिए गएँ हैं, जिनसे कि आप इन errors को ठीक कर सकते हैं.

अब देखिये कि मैं एक-एक अलग-अलग तरह के error को कैसे ठीक करें ये तो आपको इस पोस्ट में नहीं बता पाउँगा, क्योंकि errors बहुत ज्यादा तरह के हो सकते हैं, और उनके solutions भी आपके WordPress ब्लॉग के setup के हिसाब से अलग-अलग होंगे.

लेकिन मैं आपको एक common error का solution ज़रूर बता सकता हूँ. यदि error किसी एक ऐसे HTML tag का है, जोकि invalid या not allowed है, तो ऐसे में यदि वह tag AMP page पर display हो, कोई इतना भी important नहीं है, तो फिर आप CSS को use करके, उसे AMP page पर show होने से रोक सकते हैं.

मैं ये assume करके चलता हूँ कि आपने AMP pages को configure करने के लिए ऊपर mentioned plugin का ही use किया था. तो ऐसे में, AMPForWP की configuration window में जाईये.

फिर इसमें Design > Global में जाईये.

इसमें Advanced section के under custom CSS का box होगा. इसमें आप अपनी CSS apply कर सकते हैं.

जो elements errors cause कर रहें हैं, उन्हें hide करने के लिए आप उनके HTML selectors को use करके CSS की display property के ज़रिये hide कर सकते हैं.

नीचे दिए गए case में, एक social media plugin, जिसका नाम है, Monarch AMP pages में allowed नहीं था और error cause कर रहा था, तो आप देख सकते हैं कि उसके HTML selector को display property को use करके hide कर दिया गया. इससे AMP page में आने वाला error resolve हो गया.

इसके CSS code का syntax है:

selector {

display : none;

}

आपको बस selector की जगह पर उस element का selector लिखना है, जिसे की आप hide करना चाहते हैं.

Fix AMP issues


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

ज़रूर पढ़िए:

नीचे दिए गए पहले पोस्ट को पढ़कर, आप ads को अपने ब्लॉग में लगाने के अन्य बहुत से तरीकों के बारे में जानिए.

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post AMP pages में errors कैसे find करें और उन्हें कैसे ठीक करें? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

Bitcoins के बारे में 9 Interesting Facts जो सबको जानने चाहिए

$
0
0

Internet की रहस्यमय दौलत, Bitcoin पिछले 8 वर्षों में बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हो गया है और अभी भी cyrptocurrencies का राजा है.

चाहे कुछ लोग bitcoin को investmenet के तौर पर या फिर daily transactions करने के लिए use कर रहें हो, फिर भी अभी बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक bitcoin को अपनाया नहीं है और न ही आगे इसे अपनाने का कोई plan है.

इन लोगों ने अभी cryptocurrencies की शक्ति को देखना है!

Bitcoins के बारे में 9 Interesting Facts जो सबको जानने चाहिए

Bitcoins के बारे में 9 Interesting Facts जो सबको जानने चाहिए

ज्यादा लोग bitcoin use नहीं करते, क्योंकि उन्हें वास्तव में इसके बारे में कुछ ज्यादा पता ही नहीं होता है. हमने ShoutMeHindi पर bitcoin और दूसरी cryptocurrencies के बारे में बहुत से आर्टिकल लिख कर सभी को जागरूक करने की कोशिश की है और इसी परम्परा को जारी रखते हुए, आज का article आपको इसके बारे में कुछ ऐसी बातें बतायेगा जो bitcoin के प्रति आपकी सोच को बदल देंगी.

ये रहे 9 ऐसे facts जोकि bitcoin के बारे में आपको जानने चाहिए.

Bitcoin की पहली खरीद एक pizaa के लिए थी.

क्या आपको पता है की May 22 को Bitcoin Pizza day के नाम से क्यों जाना जाता है?

जब शुरुआत में bitcoins mine किये जाते थे, तो ये virtually worthless थे क्योंकि इनकी कीमत बीएस कुछ ही cents की थी.

पर ये केवल 2010 में ही था, जब किसी ने bitcoin को ऐसी चीज़ के लिए बेचा.

सात साल पहले, अगर किसी ने bitcoin लेकर pizza दे दिया था तो ये एक बड़ी बात थी  क्योंकि उस same bitcoins को goods और services के लिए कोई भी retailer accept नहीं करता था.

22 May 2010 को दो Papa John’s Pizzas को 10,000 bitcoins के बदले में exchange किया गया था.

उस समय 10,000 BTC की कीमत केवल $41 थी. इस आर्टिकल में लिखते समय, 10,000 BTC की कीमत लग-भग, 1,67,71,29,000.00 रूपये हैं.

Bitcoin का invenetor एक mystery है

हाँ ये बिलकुल सच है! Bitcoin किसने बनाया, इसके बारे में कोई नहीं जानता.

जब से bitcoin 2009 में हकीकत में आया है, कुछ धारणाएं बनी हैं की आखिर bitcoin का बाप है कौन!

Bitcoin का whitepaper लोगों के लिए खुला एक pseudonym के साथ, जो है, Satoshi Nakamoto. ये “Satoshi” नाम की identity अभी भी एक mystery है, जिसे solve किया जाना अभी बाकि है.

इसके बावजूद एक Craig Wright, Australian entrepreneur ने 2016 में ये दावा किया की वेह bitcoin का inventor है. फिर बाद में पता लगा की ये बस एक scammer था. उसने और उसके साथी, ने bitcoin का एक forked version, Bitcoin Cash बनाया जिसने बहुत से लोगों की मेहनत की कमाई को लूटा. उसने इस पैसे से एक Limbo भी खरीदी:

Dr Craig S Wright

कुछ लोग ये भी suggest करते हैं कि Samsung, Toshiba, Nakamichi, और Motorola ने मिलकर bitcoin को बनाया था.

  • “Satoshi Nakamoto”:
  • Samsung and Toshiba  —- Satoshi
  • Nakamichi and Motorola  —- Nakamoto

इस चीज़ के कारण bitcoin को काफी negative comments मिलें लेकिन फिर भी ये सब चीज़ें इसे बढ़ने से न रोक पायीं.

क्योंकि bitcoin का मकसद एक decentralized exchange money बने रहने का है और ये बात इस platform को healthy बनाती है.

Bitcoin Untraceable है और Bitcoin NOT untraceable है.

जब हम bitcoin transactions की बात करते हैं, आपका नाम और identity किसी भी form में use नहीं होते हैं. केवल आपका public address ही available होता है.

पर….

Bitcoin की blockchain permanent ledger है जोकि transparent है. यदि किसी को आपका bitcoin address पता है, तो वे ये देख सकते हैं की आपके पास कितने bitcoins हैं और आपने कौन-कौन सी transactions की हैं.

इसकी मदद से FBI ने Silk Road के owner को पकड़ा था.

यदि Bitcoin के users अपने public address या फिर IP को hide करना चाहते हैं तो वे Bitmixer.io या फिर एक VPN use करके ऐसा कर सकते हैं.

यदि आप अपने bitcois की Private Key खो देतें हैं, आप अपने bitcoins भी खो देते हैं

James Howells जोकि एक IT sector का व्यक्ति था, उसने इसी कारण से अपने 7,500 bitcois को November 2013 में खो दिया था.

जब वो अपने घर पर अपनी desk को साफ़ कर रहा था, उसने उस hard disk को फैंक दिया जिसमे उन सभी bitcoins की private keys थी जोकि उसने 2010 में mine किये थे.

उसने बहुत खोजा, लेकिन उसको उसकी hard disk नहीं मिली.

आज की date में, 7500 BTC की value, 1,26,10,97,000.00 है.

उसकी private के के बिना, उसके funds खो गएँ हैं, हमेशा के लिए और उन्हें अब कोई भी use नहीं कर सकता है.

अभी तक ये पता लग पाया है की दुनिया में लगभग सभी bitcoins के 25% bitcoins, हमेशा के लिए, खो गए हैं.

Bitcoins पेड़ों पर नहीं उगते

पैसे की तरह ही bitcoins भी पेड़ों पर नहीं उगते.

पर पारम्परिक paper money की तरह, आप इसे touch, feel या प्रिंट नहीं कर सकते.

Bitcoins block-chain network पर mine किये जातें हैं, और ये existence में तब आतें है जब एक miner successfully एक bitcoin को mine कर लेता है.

इस समय, bitcoin की mining power दुनिया के Top 5 supercomputers की combined power से भी 300 गुना ज्यादा है.

ज्यादा से ज्यादा 21 million bitcoins ही हो सकते हैं.

Bitcoin की supply finite है.

ज्यादा से ज्यादा दुनिया में कभी भी, 21 million bitcoins ही होंगे.

अभी तक, 16.3 bitcoins को mine किया जा चुका है, और अब ये trade हो रहें हैं. 2140 में आखरी bitcoin को mine किया जायेगा. उसके बाद, नयें bitcoins mine नहीं किये जा सकते.

आप bitcoin से बहुत कुछ खरीद सकते हैं.

लोग हमेशा पूछते हैं की आप bitcoins से क्या खरीद सकते हैं.

पर असल में प्रश्न ये होना चाहिए:

  • आप bitcoin से क्यों नहीं खरीद सकते?

Bitcoin के द्वारा नीचे दिए गए goods आप अभी खरीद सकते हैं:

यदि आप जानना चाहतें है की आप bitcoin को और कौन-कौन सी जगह पर खर्च कर सकते हैं, तो Coinsutra, जोकि हमारे network का ही एक ब्लॉग है, उसपर ये guide पढ़िए.

2008 से bitcoin profit बनाने के का एक बढ़िया तरीका बना हुआ है.

Year (वर्ष) वर्ष के शुरुआत में कीमत वर्ष के अंत में कीमत % में growth
2010 $0.0015 $0.31 20566%
2011 $0.31 $6.18 1893.5%
2012 $6.18 $13.44 117.5%
2013 $13.44 $751 5487.8%
2015 $285 $435.7 -52.8%
2016 $435.7 $952.5 118.5%
2017 $952.5 $2586 (To date) 171.57%

हाँ एक वर्ष इसका price कम भी हुआ था, जिसमे investors का 60% के करीब पैसा loss हुआ था. ऐसा मन जाता है की ऐसा MtGox के 2014 में हैक हो जाने की वजह से हुआ था. इसके बाद इसा price $751 से $285 हो गया था.

इसके इलावा बाकि सभी वर्षों में bitcoin का price बढ़ता ही गया है.

Bitcoins को ban नहीं किया जा सकता

Bitcoin के nature के कारण इसे ban करने की चर्चा कई बार हो चुकी है. इसका कारण ये है की ये पारम्परिक बैंकिंग system के दायरे से बाहर है.

फिर भी इसका fundamental डिजाईन कुछ इस तरह का है, की इसे regulate किया जा सकता है, लेकिन ban नहीं किया जा सकता. जब तक आपके पास एक internet connection है और एक bitcoin wallet है, आप Bitcoin के साथ enage रह सकते हैं.

बहुत सी countries जैसे कि Bangladesh, Bolivia, Thailand, और Vietnam आदि ने इसपर ban लगाने की कोशिश की थी. लेकिन बहुत सी countries हैं, जैसे कि Australia, Russia, Japan, और Venezuela जिन्होंने इसे एक legal tender मानते हुए regulate किया है.

फिर भी कुछ countries जैसे की India और USA जोकि cryptocurrencies के बारे में अपनी offical policy के बारे में unclear हैं.

फिर भी bitcoin को दूर नहीं किया जा सकता. ये इसकी असली सुन्दरता है.


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

Bitcoin के विषय पर हमारे अन्य articles भी ज़रूर पढ़ें:


ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post Bitcoins के बारे में 9 Interesting Facts जो सबको जानने चाहिए appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

Bloggers के लिए Web Push Notifications के Benefits

$
0
0

टिंग! आपको एक नया notification आया है!

आप एक दिन में अपने mobile फ़ोन में या web browser में ऐसे notifications आखिर कितनी बार देखते हैं?

जो लोग Facebook और WhatsApp जैसी apps को use करते हैं, वे तो इन notifications से ज्यादा परिचित होंगे. ज़्यादातर mobile phones में इसी प्रकार का messaging system होता है.

Bloggers के लिए Web Push Notifications के Benefits title

इन्हें push notifications कहते हैं.

इस technology को बड़ी-बड़ी enterprises और Fortune 500 companies के द्वारा बहुत वर्षों से use किया जा रहा है और इस simple सी दिखने वाली चीज़े ने उनके businesses में growth में बहुत ज्यादा help की है.

Growing number of startups की बदौलत अब ये technology bloggers और छोटे business owners के लिए available है, जिसे कि वे अपने blogs या websites में use कर सकते हैं.

यदि आप अभी तक अपनी website पर push notifications को use नहीं करते, तो आप बहुत कुछ miss कर रहें हैं.

Web Push Notifications कैसे काम करते हैं?

Web push notifications आपको आपके subscribers के browsers (mobile और desktop browsers, दोनों ही supported हैं) में clickable messages को send करना to allow करते हैं. वे opt-in या opt-out basis पर काम करते हैं ताकि users subscribe करने के लिए click कर सकें और वे अपने browser की settings में जाकर कभी भी unsubscribe कर सकें.

Web push notification example

बहुत सी online services इस marketing technology को as free और paid services ऑफर करती हैं. (इस आर्टिकल के end में मैंने कुछ फ्री और paid services recommend की है).

इनमे से ज्यदातर WordPress plugins ऑफर करते हैं जिससे की bloggers और entrepreneurs इसे अपनी WordPress website के साथ बड़ी आसानी से configure कर सकते हैं.

हम जल्द ही YouTube पर अपने चैनल पर इसको setup करने का कम्पलीट tutorial डालेंगे.

चलिए अभी के लिए हम जानते हैं की इसके क्या-क्या benefits हैं:

यदि आप email marketing use करते हैं, (चाहे free या paid), तो आपके लिए push notifications के direct और indirect benefits को समझने में आसानी होगी. जैसे कि email marketing आपको first time users को आपके subscribers में convert करने में help करती है, ताकि आपको repeat traffic मिल सके. Web notifications भी कुछ ऐसे ही काम करते हैं.

कुछ बहुत ही important चीज़ें जोकि आपको web push notifications के बारे में जाननी चाहिए, नीचे दी गयी हैं:

1. वे visitors को subscribers में convert करने के लिए best हैं

Not Bad James Corden GIF by The Late Late Show with James Corden - Find & Share on GIPHY

Giphy के द्वारा

बहुत से bloggers अपने traffic को regular subscribers में convert न करने के प्रयास की भूल करते हैं.

जब आप web push notifications, email, या फिर किसी और method से अपने first-time visitors को आपके ब्लॉग को subscribe करने के लिए option देते हैं, तो आपके पास एक oppertunity होती है की आप उन्हें कभी भी बता पायें, जब आप कोई नया पोस्ट publish करते हैं.

ये आपको अपनी ट्रैफिक को constantly बढाने में मदद करता है, repeat visits के साथ.

ये वही तरीका है जिससे कि top blogs अपना high level repeat traffic maintain रख पातें हैं.

2. वे real time traffic derive करते हैं

आप इस चीज़ को ignore नहीं कर सकते.

अपने readers तक real-time में पहुँचने की ability, काफी शक्तिशाली है, जितना ज्यादा real-time ट्रैफिक आपके पास होगा, उसका अर्थ है कि उतना ही आपका blog powerful है, किसी चीज़ को viral करने में.

मान लीजिये कि आप एक senstive blog post publish करते हैं और आप चाहते हैं की उस post को लोग जल्द से जल्द देखें. ऐसे में आपकी मदद केवल push notifications ही कर सकते हैं.

real time web push

यहाँ real-time web push notifications की कुछ examples दी गयी हैं:

  • अपना live video broadcast promote करना.
  • कोई time sensitive discount/offer/deal promote करना.
  • अपने latest social media updates का exposure करना.

नयें publish किये गए posts पर ट्रैफिक derive करने के इलावा, push notifications को ट्रैफिक को last-minute deals पर send करने के लिए  भी use किया जाता है और इससे अच्छा conversion rate मिलता है. ये सच-मच में एक प्रभावशाली conversion technique है.

3. वे users को आपके brand की uniqueness के बारे में बतातें हैं

Brand uniqueness

Pillar posts (ऐसे posts जो आपके brand को outstanding बनाते हैं) आपके blog की foundation होते हैं, और यदि आपके नयें subscribers को pillar content देखने में नहीं मिल रहा है, तो उनके लिए आपके blog के impact को समझ पाना मुश्किल होगा.

कुछ push notification services feed campaigns offer करती हैं, और ये एक बढ़िया तरीका है अपने subscribers तक अपने सबसे important content को पहुंचाने का.

बढ़िया Tip: ज़्यादातर bloggers अपने visitors को अपने ब्लॉग को subscribe करना allow करते हैं फिर उन्हें केवल नयें ब्लॉग posts को send करते रहते हैं. ऐसा करने की जगह, आपको अपने newly subscribed users को आपके most important content, आपके brand की ideology, achievemenets और दूसरे important content के बारे में परिचित करवाना चाहिए जिससे की आपके नयें subscribers को आपके brand के बारे में अधिक जानने में मदद मिलती है.

आप कुछ ऐसा कर सकते हैं:

हम एक service use करते हैं, जिसे PushEngage कहते हैं, जोकि segmentation और drip feed options offer करती है. Subscribers जो category के blog posts पढ़ रहें होते हैं, उस हिसाब से उन्हें segment कर देते हैं, और फिर उन्हें interest areas के हिसाब से उन्हें pre-selected content भेजते हैं. इस चीज़ को करने के लिए आपको लग-भग आधे घंटें का one time setup करना होता है, और उसके बाद आपके लिए सब कुछ automated होता है.

Automatic drip campaign Push notifications

चेतावनी: आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप बहुत ज्यादा notifications न send करें. यदि आप segmentation या फिर autoresponder feature use कर रहें हैं, तो आपको अपने system को कुछ इस हिसाब से setup करना चाहिए जोकि आपके subscribers को एक week में कुछ limited number में ही notifications भेजे.

अपनी Website के लिए Web Push Notifications को Enable करना

इस चीज़ में बिलकुल भी ये doubt नहीं है कि ये technology का एक बढ़िया use है जिससे की आप अपने blog या website पर ट्रैफिक derive कर सकते हैं. जितनी जल्दी आप इस चीज़ को use करना शुरू करेंगे, उतनी जल्दी ही आपको इस powerful marketing technology के benefits दिखेंगे.

Pricing और Top Service providers के बारे में कुछ?

इस technology के बारे में best बात ये है कि paid packages में additions के साथ, ये फ्री packages में भी आती है.

बहुत सी push notifications services कुछ पहले thousands of subscribers के लिए आपको फ्री में सब कुछ ऑफर करती हैं और फिर जब आप एक certain number पर पहुँच जाते हैं, तो फिर आपको charge करती हैं.

कुछ completely फ्री services भी हैं, (unlimited number of subscribers के लिए), पर उनके बारे में एक बात ये है की वे आपके visitors के data को ad agencies को बेचती हैं. ये चीज़ personal sites या blogs के लिए ठीक हैं, पर serious blogs और businesses के लिए ये एक आपत्तिजनक चीज़ होगी.

कुछ popular services नीचे दी गयी हैं:

  • PushEngage (इसको ShoutMeLoud और ShoutMeHindi पर हम use करते हैं, और ये पहले 2500 subscribers तक के लिए फ्री है)
  • OneSignal (ये completely फ्री है)
  • PushCrew
  • iZooto
  • LetReach

आप ऊपर बताई गयी services में से कोई भी pickup कर सकते हैं, और उन्हें आज ही use करना शुरू कर सकते हैं.

ये एक छोटी सी technique आपके ब्लॉग या website पर ट्रैफिक को बढाने में आपकी मदद करेगी.


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

हमारे अन्य articles भी ज़रूर पढ़ें:


ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post Bloggers के लिए Web Push Notifications के Benefits appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.


WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins

$
0
0

चाहे आप जितना मर्ज़ी अपनी तरफ से कोशिश करते हैं, ऐसा समय आ ही जाता है जब कभी आपको अपनी website को maintenance mode में रखना पड़ता है. आपके आपकी साईट को release करने के related issues हो सकते हैं, और कई और भी ऐसी situatiations हो सकती हैं जब आप चाहें कि लोग आपका normal content access न कर पायें.

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins Title

ऐसी situations में maintenance mode page दिखाना एक बढ़िया तरीका है, जिससे कि आप अपने visitors को बता सकते हैं कि वाक्य में हो क्या रहा है.

हलाकि WordPress में एक basic maintenance mode page है, जोकि automatic updates के दौरान activate हो जाता है, लेकिन ये न ही user friendly है, और न ही आप इसे manually कभी भी activate या deactivate कर सकते हैं.

इस काम के लिए बहुत से plugins available हैं जिनसे कि आप जब चाहें, Maintenance Mode activate या deactivate कर सकते हैं. इन plugins में से बहुत से plugins से आप अपना खुद का Maintenance Mode page design कर सकते हैं और जब चाहें उसे activate कर सकते हैं.

WordPress के लिए 6 Maintenance Mode plugins

1. Coming Soon Page & Maintenance Mode by SeedProd

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins (1)

5,00,000 से भी ज्यादा active installs, 5 स्टार rating और 1600+ reviews के साथ, ये WordPress.org पर उपलब्ध सबसे popular और well-rated Maintenance Mode plugin है.

ये फ्री और premium दोनों versions में आता है.

Free version में, आप जल्दी से एक basic Maintenance या coming soon page एक user-friendly interface से create कर सकते हैं. आप अपनी खुद की tracking scripts भी add कर सकते हैं, जिससे आपको इस page पर आने वाले total ट्रैफिक की जानकारी भी मिलती रहेगी.

इस plugin की एक खासियत ये भी है की आप इस plugin की मदद से WordPress को ये बता सकते हैं की वह WordPress की official non-user friendly page की जगह आपका बनाया हुआ custom designed page show करे.

यदि आप Pro version के लिए pay करते हैं, तो आपको कुछ ऐसे features मिलेंगे:

  • केवल उन users को page दिखाएँ जोकि logged in नहीं हैं.
  • Maintenance Mode को bypass करने के लिए एक secret preview link.
  • Email marketing services की integration.
  • Social profiles और sharing icons
  • Referral based tracking system
  • और भी बहुत कुछ.

चाहे, फ्री version ही बहुत बढ़िया tool है, पर बहुत से best features केवल premium version के साथ ही आते हैं. आप इसे $29 में खरीद सकते हैं.

2. WP Maintenance Mode

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins (2)

चाहे इसकी केवल 4 स्टार rating है, WP Maintenance Mode plugin Coming Soon Page & Maintenance Mode by SeedProd से popularity के मामले में बस एक कदम ही पीछे है.

इस plugin के बारे में एक बढ़िया बात ये है कि ये plugin कुछ ऐसे features offer करता है जिसके लिए दुसरे ज़्यादातर plugins charge करते हैं.

इसके फ्री version में ही आप ये सब कर सकते हैं:

  • Countdown timers
  • Email subscribe forms
  • Contact forms
  • Social media icons

इसके इलावा आप ये सब भी कर सकते हैं:

  • सभी colors, texts और backgrounds को customize कर सकते हैं.
  • कुछ URLs को Maintenance Mode से exclude कर सकते हैं.
  • कुछ user roles को भी Maintenance Mode से exclude कर सकते हैं.
  • Search engines को Maintenance Mode को bypass करने के लिए कह सकते हैं.

तो in सभी features के बावजूद इस plugin को ज्यादा rating क्यों नहीं मिली? Reviews पढ़कर पता लगा की लोगों को ये plugin DesignModo के कुछ ads आपको admin डैशबोर्ड में दिखता है.

अगर आप इस issue को past कर सकते हैं, ये plugin एक बढ़िया फ्री option है.

इस plugin को अभी check कीजिये!

3. Maintenance

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins (3)

Maintenance fruitful code के द्वारा एक freemium plugin है. WordPress.org पर इसका फ्री plugin one of the top maintenance plugins में से एक है और इसका premium plugin CodeCanyon पर इसकी category का सबसे ज्यादा बिकने वाला plugin है, जोकि इसे WordPress users के लिए एक overall popular choice बना देता है.

इसके फ्री version में आप, इनको use करके एक responsive maintenance mode page बना सकते हैं:

  • Full-Screen background
  • Blurred background effect
  • अपना खुद का logo, fonts और background image
  • कुछ users को login access दे सकते हैं

आप कुछ pages को maintenance mode से exclude कर सके हैं, जोकि एक बढ़िया बात है.

यदि आप $25 में इसका pro version खरीदते हैं, तो आपको ये features भी मिलेंगे:

  • ज्यादा specific user permissions
  • Countdown timer add करना.
  • Background videos add करना.
  • अपनी social media profiles show करना.
  • Email Newsletter Subscribe form add करना.

User permission functionality की example के साथ, ज़्यादातर features एक coming soon page बनाने की तरफ ध्यान देते हैं. तो यदि आप केवल एक maintenance mode plugin ही चाहते हैं, तो आप इसके फ्री version पर ही रहिये.

इस plugin को checkout कीजिये

4. Coming Soon and Maintenance Mode

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins (4)

Coming Soon and Maintenance Mode एक और popular plugin है जोकि CodeCanyon पर sales के हिसाब से ज्यादा बिकता है.

इसके premium price tag को justify करने के लिए, ये कुछ added features देता है:

  • jQuery के साथ powered एक full-sized background slide show.
    100+ social media icons.
  • एक countdown timer.
  • एक AJAX opt-in form जोकि popular email marketing services के साथ integrate हो सकता है.
  • IP address या user rules को use करके users को maintenance mode से exclude करने की ability.

इसके साथ ही आप अवश्य ही सभी colors, text, fonts आदि को customize कर सकते हैं और maintenance mode page को जैसा चाहें वैसा बना सकते हैं.

आप इसे CodeCanyon से $18 में खरीद सकते हैं.

इस plugin को checkout कीजिये.

5. Under Construction

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins (6)

Under Construction plugin एक और popular maintenance mode plugin है जिसे की Web Factory ने बनाया है जोकि popular OptIn Ninja plugin के develepor हैं.

इस plugin के बारे में दो fare चीज़ें ये हैं:

  • ये plugin 25+ premade themes के साथ आता है जिससे की आप जल्दी से अपना design ready कर सकते हैं.
  • आप इसमें automatic end date set कर सकते हैं, जिससे कि ये plugin कुछ time में अपने आपल deactivate हो जायेगा.

इन दो unique features के इलावा, इस plugin में दुसरे standard features भी हैं जोकि बाकि सारे plugins में है:

  • Text और colors के ऊपर पूरा control.
  • Social Media के icons.
  • User roles के हिसाब से कुछ users को maintenance mode को bypass करने का feature.

चाहे ये plugin दूसरे plugins के जितना popular नहीं है, लेकिन pre-made designs बहुत ही बढ़िया और use करने में बहुत ही आसान है.

Under Construction को checkout कीजिये

6. Elementor

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins (5)

Elementor एक popular WordPress page builder tool है. तो फिर ये maintenance mode plugins की list में क्यों है?

क्योंकि ये plugin एक बहुत ही बढ़िया maintenance mode feature ऑफर करता है, जिससे की आप इस plugin के page builder interface से एक maintenance mode page design कर सकते हैं.

आप अपने page को एक blank design से elements को use करके बना सकते हैं. आप Elementor’s के pre-made templates में से भी चुन सकते हैं.

WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins (7)

एक बार आपके पास आपका design हो, तो आप Elementor के interface से maintenance mode activate कर सकते हैं. और आप इसके इलावा access rules भी set कर सकते हैं की कौन आपकी साईट को अभी भी पूर्ण रूप से access कर पाए.

यदि आप already Elementor plugin use कर रहें हैं, तो आप इसे ही use करें.

आप maintenance mode feature को Elementor के फ्री version में use कर सकते हैं, लेकिन यदि आप Elementor pro को use करते हैं, तो आपको additional elements और pre-made templates का access मिलेगा.

Elementor को checkout कीजिये

आपको कौनसा maintenance mode plugin चुनना चाहिए?

यदि आप बस जल्दी से ही एक maintenance mode page create करना चाहते हैं और किसी भी extra features की चिंता नहीं करते, Coming Soon Page & Maintenance Mode by SeedProd  most popular और well-rated plugin है, और ये तो अपने फ्री version में ही बहुत से features भी ऑफर करता है.

इसके विपरीत, यदि आप social media icons, forms या फिर अन्य ऐसे features चाहते हैं, तो आप WP Maintenance Mode या Under Construction से ज्यादा खुश होंगे.

और यदि आप page builders को use करते हैं, Elementor plugin की maintenance mode functionality एक custom page create करने के लिए एक आसान तरीका है.

क्या आपको कोई अन्य बढ़िया maintenance mode plugins पता है? हमें comments के ज़रिये बताईये. पोस्ट पसंद आया हो तो, इसे अपने friends के साथ शेयर ज़रूर करें!

हमारे अन्य posts भी checkout करें:

Subscribe for more such videos

The post WordPress Site के लिए Best Maintenance Mode Plugins appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

Google AdSense Auto Ads: सब कुछ जो आपको जानना चाहिए!

$
0
0

Google AdSense इस planet का अभी तक सबसे बढ़िया ad program है. चाहे, इसके बहुत सारे alternatives हैं, लेकिन innovation, user-friendliness और overall experience के terms में अभी तक इससे बढ़िया कोई भी अन्य competitor perform नहीं कर पाया है.

Google AdSense Auto Ads - सब कुछ जो आपको जानना चाहिए

February 21, 2018 को AdSense की team ने Google Auto ads को सभी के लिए launch कर दिया था. ये हाल के time में AdSense की team के द्वारा की गयी one of the biggest innovation है. यहाँ तक कि Auto ads आपका नजरिया बदल देंगी जिस हिसाब से आप AdSense को use करते रहे हैं.

ज़्यादातर AdSense publishers के biggest concerns में से है, ad placement, ad optimization और एक बढ़िया user-experience बनाये रखना.

Google Auto Ads publishers के लिए ये सब चीज़ों को manage करने के लिए artificial intelligence का use करती हैं. फिर भी एक publisher के रूप में आप ये चीज़ें manage कर सकते हैं:

  • Global Settings: ads कब display हों.
  • Domain-based setting: इस चीज़ को configure कीजिये की कौनसे domain या subdomain पर कौनसी ads show हों.
  • Directory Settings: आप इस चीज़ को configure कर सकते हैं की किसी एक particular directory में किस तरह की ads show हों. Example के लिए, pagination वाले pages और archive वाले pages में, आप चाहेंगे कि matched content वाली ads show न हों, तो आप इस चीज़ को AdSense के settings panel से control कर सकते हैं. इस feature को Advanced URL settings के नाम से जाना जाता है. आप इसके बारे में अधिक यहाँ से जान सकते हैं.

Auto ads के बारे में अभी तक हमें users से mixed reviews ही मिलें हैं. फिर भी main AdSense के Auto ads के भविष्य को लेकर आशावादी हूँ क्योंकि ये publisher के सर से ad optimization का भोझ हल्का कर देंगी और blogger केवल बढ़िया content build करने में अपना सारा ध्यान लगा पायेगा. Google AdSense हमेशा से ही एक plug and play program रहा है, पर अब ये completely automatic हो गया है. इसका श्रेय Artificial Intelligence को जाता है.

AdSense Auto ads के बारे में जानने के लिए Important बातें

जिस किसी ने भी कभी Google AdSense को use किया है, उसके लिए Auto Ads बिलकुल भी एक समस्या नहीं है. फिर भी, Auto-ads को use करने से पहले, कुछ चीज़ें है जोकि आपको जाननी चाहिए. ये आपके उन प्रश्नों का उत्तर दे देंगी जो आपके मन में इसकी integration को लेकर हैं.

  • यदि आपने अपने ब्लॉग पर already AdSense ads को लगाया हुआ है, आप decide कर सकते हैं कि आप उन्हें अभी remove नहीं करना चाहते. AdSense Auto ads automatically ही उन्हें detect कर लेंगी, और अधिक ads उस हिसाब से display करेंगी.
  • क्या आप already Anchor या Vignette ads use कर रहें हैं? AutoAds में Anchor और Vignette ads included हैं और इसके साथ-साथ Text और display ads, In-feed और Matched content ads भी शामिल हैं. इस बात को note कीजिये की सभी users जोकि Page-level ads को use करते हैं, किसी भी code को add किये जाने की आवश्यकता के बिना, Auto ads पर migrate कर दिए जायेंगे. फिर भी अपने AdSense account में login करके Auto-ads के लिए Global settings को set करना एक बढ़िया idea होगा.

Google AdSense Auto Ads को कैसे enable करें?

यदि आप एक video को देखकर सीखना चाहते हैं तो आपके लिए एक video नीचे दिया गया है, लेकिन ये अंग्रेजी में है. इसी लिए हमने पूरी guide text फॉर्म में नीचे दी है:

Steps:

  • अपना Google AdSense account में login कीजिये
  • Ads > Auto Ads में जाईये.

Google AdSense Auto Ads (3)

  • ‘Setup Auto Ads’ पर क्लिक कीजिये.
  • Global settings को configure कीजिये.

Google AdSense Auto Ads (2)

  • Enabling automatically करके नीचे नए formats आ जायेंगे.
  • फिर save पर क्लिक कीजिये.
  • अब ad codes को अपने blog या website के हर एक page में लगाईये. हम इसके लिए Google tag manager का प्रयोग करते हैं. आप अपने लिए किसी भी बढ़िया technique का प्रयोग कर सकते हैं. यदि आप already page level ads को use कर रहें हैं, तो आपको कुछ भी करने की ज़रुरत नहीं है.
  • आप हमेशा Google Auto ads की performance को My Ads > Auto ads में जाकर और Statistics में जाकर check कर सकते हैं.

Google AdSense Auto Ads (1)

Overall ये देखना बड़ा मजेदार होगा की Google Auto Ads future में कैसे काम कटे हैं. अभी तक, हमें इसके बारे में Mixed reviews ही मिल रहें है. कुछ लोग compalint कर रहे हैं की उन्हें ये system ज्यादा ads दिखा रहा है.

पर जैसा की मैंने पहले खा, समय के साथ ये कुछ ऐसा है जिसे सभी को adapt करना होगा, तो जैसे कि ये system machine learning को use करता है, ये समय के साथ अपने आप बेहतर होगा.

हमें AdSense auto-ads के साथ अपना experience बताईये. क्या आपने इसे अभी implement किया है या नहीं?

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये. इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post Google AdSense Auto Ads: सब कुछ जो आपको जानना चाहिए! appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

LongTailPro Review – क्या ये Best Keyword Research Tool है?

$
0
0

क्या आप एक ऐसे automated system की खोज कर रहें है जोकि आपको profitable niche keywords बता पायें?

हमारे एक पहले पोस्ट में जोकि micro-niche case study के बारे में था, मैंने एक tool के बारे में बात की थी जोकि मैं काफी लम्बे समय से use कर रहा हूँ. आज हम उसी tool का full revieव करने जा रहें हैं.

आज मैं आपके साथ LongTailPro का complete review आपको दूंगा और आपको ये भी बताऊंगा कि कैसे आप इसकी मदद से perfect keywords को अपने blog या niche related sites के लिए find कर सकते हैं.

LongTailPro Review - क्या ये Best Keyword Research Tool है

जब आप किसी micro-niche ब्लॉग पर काम करते हैं, तो सबसे पहली मुश्किल होती है ऐसे keywords को खोजना जोकि उस पर ट्रैफिक को derive कर पायें, rank करने में आसान हों और और आपके लिए बढ़िया revenue भी generate करे.

पहले हमने आपसे इसी मामले में SERMRush से keyword research करने के बारे में बताया था, लेकिन LongTailPro कई मामलों में उससे बढ़िया keyword research में मदद कर सकता है.

तो बिना अधिक समय व्यतीत किये, चलिए शुरू करते हैं LongTailPro का review और जानते हैं की ये आपके लिए कैसे मददगार है.

LongTailPro Reviewऔर Features

LongTailPro एक ऐसा keyword research tool है जोकि पहले Windows और Mac में Adobe air की मदद से चलता था. लेकिन अब ये completely cloud-based हो चुका है और आपके web browser के अन्दर ही काम करता है.

ये एक premium tool है जोकि $47 प्रति महिना के price पर उपलब्ध है. (जो नीचे दिए गए link को use करेंगे, उन्हें ये $30 के discount price) पर मिल सकता है). पर आप इस tool को अलगे दस दिनों के लिए $1 में try करके भी देख सकते हैं.

मैं आपको suggest करूँगा कि आप इस article को पढने के साथ-साथ, इसके trial के लिए signup करें और इसे खुद try करके देखें.

LongTailPro के बारे में एक बढ़िया बात ये है की आपको इस tool को use करने के लिए एल SEO master होने की ज़रुरत बिलकुल भी नहीं है. इसका user interface simple और सीधा है. आप इसे use करना बहुत ही जल्द सीख जायेंगे.

पर क्या इसकी कोई worth है?

नीचे main आपके साथ एक success रिपोर्ट शेयर कर रहां हूँ जोकि किसी blogger ने LongTailPro को use करके हासिल ही है.

longtailpro review

ये SEO tool बस एक keyword research tool ही नहीं है बल्कि इससे भी बहुत ज्यादा features के साथ packed आता है. नीचे मैंने इसके कुछ features दिए हैं जोकि आपको इस tool को use करने के लिए मजबूर कर देंगे:

  • आप multiple projects create कर सकते हैं. (आप different sites के लिए different campaigns run कर सकते हैं. इससे आप हमेशा organized रह सकते हैं)
  • किसी seed keyword के ज़रिये अन्य keywords को generate कर सकते हैं. (इस feature को use करना हम इस आर्टिकल में नीचे सीखेंगे)
  • Excel spreadsheet में keywords को export करना.
  • LongTailPro में keywords को import करना.
  • Long-Tail high CPC keywords को find करना (AdSense से income करने के लिए बढ़िया)
  • Available domain names को खोजना. (यदि आप एक micro-niche ब्लॉग create कर रहें हैं, तो आप LongTailPro को keyword rich domain names find करने के लिए use कर सकते हैं)
  • आप अपने keywords के लिए Google, Yahoo और Bing rankings check कर सकते हैं.
  • Keyword का competition check कर सकते हैं.
  • आप अपने best keywords को favorite कर सकते हैं.

LongTailPro keyword tool को use करना कैसे शुरू करें?

LongTailPro.com पर जाईये और इसके $1 में इसके 10 दिनों के trial के लिए signup कीजिये जिसमे आपको इसके सारे features मिल जायेंगे.

longtailpro review cloud

सबसे पहली चीज़ जोकि आपको इसमें करनी होगी जो है एक campaign create करना.

याद रखिये कि आप जो भी country चुनेंगे वो आपके keyword research की country होगी.

Campaign को create करने के बाद, ये बहुत आसान है, क्योंकि इसके बाद का LongTailPro interface use करने में आसान और self-explanatory है.

Seed Keyword add करना:

ये वो जगह हैं, जहाँ से आपको keyword research start करनी है.

How to use Longtailpro keyword research

आप इसे अपनी exisiting website के लिए use कर सकते हैं या फिर अपनी नईं micro-niche website के लिए ideas generate करने के लिए use कर सकते हैं. मैं चाहूँगा की आप फ़िल्टर section में ख़ास ध्यान दें, क्योंकि इसकी मदद से ही आप CPC पर आधारित keywords को ढून्ढ पाएंगे.

आप keywords के लिए minimum CPC को define कर सकते हैं.

यदि आप Long Tail keywords को ढूँढना चाहते हैं, तो आपको “Words” वाले section को select करना होगा और जितने भी आप minimum number of words चाहते हैं, enter करने होंगे.

Example के लिए, main यहाँ पर seed keyword “Affiliate Marketing” use कर रहा हूँ.

“Generate Keywords” पर क्लिक करें और LongTailPro आपके लिए सारा hard work शुरू कर देगा. ये आपको results देने में कुछ मिनटों का समय लेगा. तो इस दौरान एक चाय का प्याला ले लें.

तो कुछ समय बाद…

मेरा results page कुछ ऐसा दिख रहा है. तो इसने मेरे filters के हिसाब से बहुत से keywords को खोज लिया है.

Keyword research micro niche

अब यहाँ आप CPC, local और global searches के हिसाब से list को sort कर सकते हैं. इससे पहले की आप आगे बढ़ें, आप irrelevant keywords को “X” मार्क पर क्लिक करके remove कर सकते हैं. इससे आपको आपकी list को साफ़-सुथरा रखने और organized रहने में मदद मिलेगी.

जो भी keyword आपको आपकी साईट के लिए useful लग रहा हो, अब उस keyword पर क्लिक कीजिये, ये आपको Competitor Analysis page पर ले जायेगा.

जब आप किसी competitive niche में होते हैं, आपको कुछ specific factors पर ध्यान देना होता है.

Example के लिए, किसी भी ऐसे competition में rank करना आसान होगा जिसमे कम backlinks और कम domain authority हो.

LongTailpro के Competitor Analysis tool से आप ये सब चीज़ों के बारे में जान सकते हैं.

नीचे दिए गए screenshot को देखिये, और देखिये की किसी “low-hanging” profit keyword को find करना कितना आसान है.

Keyword competition analysis

तो इस तरीके से आप अपने लिए highly profitable keywords खोज सकते हैं.

“Campaign Settings” में ज़्यादातर filters की मदद लीजिये और अपनी list को साफ़-सुथरा रखने के लिए, “X” का use कीजिये.

जब आप ये सारा process कुछ बार कर लें, “Keyword Research” में दुबारा जाईये, और फिर “Export” पर क्लिक करके अपने सारे final keywords को एक Excel file में convert कर लीजिये.

अभी तक आपके LongTailPro के कुछ features को use करना सीख लिया है.

तो चलिए अब मैं आपको बताता हूँ कि आप कौन से platinum features को use कर सकते हैं.

LongTailPlatinum आपके लिए सब कुछ करेगा. ये आपको कुछ important features ऑफर करता है, जैसे कि:

  • Keyword की competitiveness को check करना. (Avg. KC)
  • Best Keywords को favorite करना.
  • 10,000 keywords को एक बार में ही import करना.

LongTailPro को देखें, तो आपको monthly pro plan में ये 12,500 keyword searches allow करता है.

आप अपने favorite keywords के लिए एक column को देखेंगे, और keywords results page में, आप अपनी पसंद का कोई भी keyword favorite कर सकते हैं. (ऊपर दिया गया screenshot देखिये)

Keyword Competitiveness Checker:

ये एक ऐसा feature है जिसको की आप बहुत useful पाएंगे, क्योंकि ये आपकी साईट के लिए keyword चुनने के काम को बहुत ही ज्यादा आसान बना देता है. LongTailPlatinum में आपको “Keyword Research” और “Competitor Analysis” section में “Avg. KC” का column मिलेगा.

इसके scores का अर्थ कुछ इस प्रकार है: Competition

  • 0 से 10 – कोई Competition नहीं
  • 10 से 20 – बेहद कम Competition
  • 20 से 30 – कम Competition
  • 30 से 40 – मध्यम Competition
  • 40 से 50 – कुछ हद तक उच्च Competition
  • 50 से 60 – बहुत ही उच्च Competition
  • 60 से 70 – अत्यधिक उच्च Competition
  • 70 से 100 – इसके बारे में भी मत सोचो!

इससे आप आसानी से easy rank होने वाले keywords को चुन सकते हैं.

LongTailPro Keyword Rank Checker Feature

ये LongTailPro का सबसे कम लोकप्रिय feature है, लेकिन ये है बहुत बढ़िया.

आप major search engines, Google, Bing और Yahoo में अपनी site की अलग-अलग keywords पर rankings को check कर सकते हैं. यहाँ पर किसी भी प्रकार की limitations नहीं है और आप जितना चाहें domains और keywords को add कर सकते हैं.

Conclusion (निष्कर्ष)

LongTailPlatinum smart और modern bloggers के लिए एक keyword research tool है.

इससे कोई फरक नहीं पड़ता कि आपकी website किस चीज़ के बारे में हैं, LongTailpro आपको best keywords find करने में मदद करेगा जिससे कि आप ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक derive कर पायें और जिस भी method से आप पैसे कमातें है, उसमे सफल हों.

LongtailPro pricing

यदि आपके पास एक ऐसा ब्लॉग है, जिसमे आपका प्राइमरी earning source Google AdSense है, तो आप इस tool को High CPC वाले keywords को find करने के लिए use कर सकते हैं.

$47/महिना के price tag के साथ (जिसका discounted link भी नीचे दिया गया है), आपकी investment के लिए ये tool worthy है)

हमारी AdSense से $175 कमाने वाली साईट LongTailPro + SEMRUSH की ही देन है.

LongTailPro for $1 trial <— इस link को 30% discount के लिए use कीजिए

अभी LongTailPro को try कीजिये. यदि आपको ये 10 दिनों के बाद भी अच्छा नहीं लगता, आप इसे use करना stop कर सकते हैं और आपका कुछ नहीं जाता.

मेरे साथ LongTailPro के बारे में अपने विचार सांझे करें. यदि आप इसके existing user है, तो आप इस tool को online success के लिए कैसे use आकर रहें हैं? अपने feedback को comments में मुझे बताईये!

Subscribe for more such videos

The post LongTailPro Review – क्या ये Best Keyword Research Tool है? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide

$
0
0

आप custom CSS को use करके अपने WordPress ब्लॉग या website को दिखने में जैसा चाहें वैसे बना सकते हैं. इस आर्टिकल में हम यही जानेंगी की यदि आपको CSS की knowledge है तो आप इसे अपने WordPress ब्लॉग पर कैसे implement कर सकते हैं.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide title

यदि आप CSS के बारे में नहीं जानते, तो आप हमारा पहले publish किया जा चूका एक पोस्ट पढ़ सकते हैं, जिसके second section में हमने CSS के बारे में जानकारी दी है.

आप WordPress में custom CSS का प्रयोग केवल तभी कीजिये, यदि आपको CSS की थोरी-बहुत जानकारी हो. इसलिए शुरू करने से पहले main आपको recommend करूँगा कि आप CSS के बारे में जानने. यदि आप CSS सीखना चाहते हैं, तो W3Schools सबसे बढ़िया है.

CSS सीखने के लिए आप नीचे दी गयी video series को भी देख सकते हैं:

By default, जो भी theme की designing आप WordPress website में देखते हैं, वे pre-defined CSS कीई बदौलत होती है जोकि आपकी theme का developer theme files में ही set करता है.

लेकिन आप उन CSS rules को Custom CSS को use करके override कर सकते हैं या अपनी खुद की कुछ नईं CSS propertiees को add कर सकते हैं.

तो चलिए जानते हैं कि आप…

WordPress में Custom CSS कैसे add करें?

WordPress में custom CSS को add करने के लिए नीचे दिए गए steps को follow कीजिये:

अपने WordPress के Dashboard के अन्दर left pane में, Appearance > customize में जाईये, जैसा की नीचे दिए गए screenshot में दिखाया गया है.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide

अब आपके सामने WordPress की customize window open होगी, जिसमे आप अपने WordPress blog की designing से जुड़े अलग-अलग options को manage कर सकते हैं और ज़्यादातर WordPress users इस window से familiar ही होंगे.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide 2

इसमें आपको Additional CSS का एक option दिखेगा, जैसा कि ऊपर दिए गए screenshot में highlight भी किया गया है. आपको इस पर click करना है.

यदि आप इसको first time open करेंगे, तो आपके सामने कुछ ऐसी window open होगी, जिसमे कुछ basic instructions भी दी होंगी.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide 3

मैं आपको recommend करूँगा कि आप इन basic instructions को ध्यान से समझें और फिर ही शुरू करें. जब आपको ये screen समझ लग जाये तो instructions को close कर दें और नीचे जो window होगी उसमे आप अपनी खुद की कोई भी CSS property लगा सकते हैं. CSS properties आपको selectors के साथ जिस window में लिखनी है, वह नीचे highlight की गयी है.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide 4

तो जैसे ही आप कोई CSS property completely add करेंगे, वो साथ के साथ ही आपकी साईट पर apply हो जाएँगी, और उसका result आपको right में खुले आपके website page पर दिखेगा, क्योंकि ये एक Live customize window है.

चलिए मैं आपको example के तौर पर एक CSS property add करके दिखता हूँ. यदि आप CSS जानते हैं, तो आपको पता होगा, कि CSS properties पर style लगाने के लिए, आपको selectors का use करना होता है. Selectors HTML elements की reference में IDs, Classes, tags आदि होते हैं.

अब मान लीजिये, कि आप चाहते हैं की आपकी साईट का Logo गायब हो जाये. तो मैं आपको ऐसा custom CSS का प्रयोग करके दिखाता हूँ. सबसे पहले मुझे अपनी website के logo का selector पता होना चाहिए. अलग-अलग theme के हिसाब से selectors अलग-अलग हो सकते हैं. तो सबसे पहले काम होगा कि आप selector का पता लगायें.

WordPress में CSS selectors कैसे find करें?

जिस भी element का selector find करना हो, उसपर right click कीजिये, और फिर inspect element के option पर क्लिक कीजिये, जैसा कि screenshot में दिखाया गया है.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide 5

उसके बाद आपके सामने कुछ complicated सी दिखने वाली window open हो जाएगी, जैसा कि नीचे दिए गए screenshot में दिखाया गया है. इसमें आपको सही selector को ढूँढना है. यह काम थोरा ध्यान देने वाला है, लेकिन यदि आप CSS की knowledge रखते हैं तो आपको selector कुछ ही seconds में मिल जायेगा. जैसा कि अभी मुझे मेरी theme के logo का selector class के रूप में मिल गया है जो है, shoutmeloud_logo_class.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide 6तो इस तरह से आप अपने WordPress blog के किसी भी page के किसी भी HTML element का CSS selector ढूंढ सकते हैं.

आप customizer window के WordPress website के किसी भी page के लिए open कर सकते हैं. जैसा कि नीचे screenshot में दिखाया गया है कि मैंने एक WordPress पोस्ट open किया है, तो यदि मैं WordPress के डैशबोर्ड में login हूँगा, तो आप ऊपर के बार में customize का ये option देख पाएंगे.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide 7

तो चलिए अब मैंने जो logo के लिए selector ढूंडा है, उसको use करके logo को गायब करते हैं.

इसके लिए मुझे custom CSS वाली window में ये code type करना होगा:

.shoutmeloud_logo_class {

display : none;

}

तो हिसा कि आप ऊपर दिए गए screenshot में देख सकते हैं, जैसे ही मैंने ये code लिखा, logo गायब हो गया. यदि आप ऐसे CSS add करके changes को save करना चाहते हैं, तो आपको बस ऊपर दिए गए publish के button पर क्लिक करना होगा. तो आपके changes save हो जायेंगे, और सभी visitors के लिए apply होंगे.

WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide 8

तो इस तरीके से आप कोई भी CSS property का उपयोग करके, अपनी WordPress website या blog के design में किसी भी तरह का बदलाव कर सकते हैं.


मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

हमारे अन्य articles भी ज़रूर पढ़ें:


ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये.

इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post WordPress Blog में Custom CSS use करने की Complete Guide appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें?

$
0
0

क्या आप एक ऐसे automated system की तालाश कर रहें हैं, जिसकी मदद से आप अपनी WordPress website या ब्लॉग के database का backup automatically एक repeating schedule से कर सकें? तो आज का ये आर्टिकल ख़ास तौर पर आपके लिए ही dedicated है.

अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें

हम जानते हैं कि हमारी WordPress website का सारा data, database की बदौलत safe रहता है. जब भी हम अपने ब्लॉग में कोई posts इत्यादि लिखते हैं तो वे हमारे database में save हो जाते हैं. जब भी कोई visitor किसी page को access करता है तो php engine data को हमारे MySQL database से fetch करके, सारा page का content visitor को display करता है.

यदि कभी भी हमारे database में कोई भी problem आ जाये या फिर ये corrupt हो जाये, तो इसका अर्थ है कि हम अपना कीमती content और सारा data खो देंगे. इसलिए ये recommended है की यदि आपकी कोई भी साईट है, उसका regular backup ज़रूर लें. ताकि यदि कोई समस्या आ भी जाये तो आपके पास उसका backup होने के कारण, आप सब कुछ पहले जैसा कर सकें.

WordPress में files + database दोनों मिलकर, site के सारे functions को पूरा करते हैं. तो ऐसे में हमें WordPress की files + database दोनों का backup करना चाहिए. लेकिन अक्सर देखा जाता है की ज़्यादातर errors और खतरा database का होता है. तो ऐसे में आप ऐसा कर सकते हैं कि backup दोनों चीज़ों का लें, files का भी और database का भी. लेकिन database का backup ज्यादा frequently लें. यहाँ पर मेरे कहने का अर्थ ये है की यदि आप files का backup हफ्ते में एक बार ले रहें हैं तो database का backup हर रोज़ लें. या फिर यदि files का backup महीने में एक बार ले रहें है तो database का backup हर हफ्ते लें.

WordPress साईट का complete backup (database + files) लेने के लिए हमने पहले भी आपके साथ articles शेयर किये हैं. उनमे से एक आर्टिकल नीचे दिया गया है, जिसे आप ज़रूर पढ़ें:

आज के इस आर्टिकल में हम केवल database के backup की ही बात करेंगे. यदि आप files का backup किसी और तरीके से कर रहें हैं, और चाहते हैं की database का backup schedule के हिसाब से automatically होता रहे, तो आपके लिए ये तरीका बढ़िया है.

WP Database Backup से Repeated Scheduler Backups कैसे करें?

अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें 1

आपको सबसे पहले अपने WordPress blog में WP Database Backup नामक ये plugin install करना होगा. (Plugin Install करना सीखने के लिए, आप हमारा ये आर्टिकल पढ़ सकते हैं: WordPress plugins को कैसे install करें?)

इस plugin के कुछ बढ़िया features हैं:

  • One-click backup save और restore
  • Backup को local या फिर cloud drives में store करना

इस plugin का user interface self-explanatory है, और आप इसका use करना चंद seconds में ही सीख जायेंगे. Plugin को install और activate करने के बाद आपको इसे use करने के लिए Tools > WP-DB Backup में जाना होगा.

नीचे दिए गए screenshot में मैंने इसके interface को समझाने की कोशिश की है.

अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें 2

आप Create New Database Backup के option पर क्लिक करके, कभी भी instantly backup कर सकते हैं, और जैसे ही आप इस option पर क्लिक करते हैं, तो आपका page loading स्टेट में चले जायेगा और overall webpage unresponsive हो जायेगा. तो आपको इस process के लिए थोरा wait करना होगा अर्थात patience ज़रूरी है.

और जैसे ही backup कम्पलीट होगा, वह इस list में add हो जायेगा और आप चाहें तो उसे download कर सकते हैं और ज़रुरत पड़ने पर restore कर सकते हैं.

Backups को Schedule करना (Automatic Backups)

Backups को automatic समय के हिसाब से करने के लिए, आपको interface के second तब, scheduler में जाना है. इसमें आपको सबसे पहले Auto Backups के option को enable करना है और फिर उसकी frequency define कर देनी है. इसके बाद आपको Save Settings के button पर क्लिक करना है.

अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें 3

जैसा कि आप देख सकते हैं की मैंने ऊपर दिए गए screenshot में define किया है कि यह plugin मेरे WordPress ब्लॉग के database का backup daily करे. इसी प्रकार आप अपने हिसाब से Hourly (हर घंटे), Twice daily(दिन में दो बार), weekly या monthly भी चुन सकते हैं.

ये plugin एक बहुत ही ज्यादा powerful plugin है और आपको अन्य बहुत सारे advanced options भी provide करता है. Settings page में दिए गए सारे options को भी नीचे दिए गए screenshot में समझाया गया है.

अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें 4

इसी प्रकार, यदि आप backups को cloud drives में save करना चाहते हैं तो, Destination वाले page में अपनी अलग-अलग cloud drives को configure कर सकते हैं. Example के लिए, यदि आप चाहते हैं कि आपके backup automtically Google Drive में save हो जाएँ, तो आप Google को configure कर सकते हैं.

अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें 6

आप देख सकते हैं कि Google Drive को इस plugin के साथ connect करने के लिए आपको Google Drive का client id और client secret add करके, उसे save करके, Allow Access के button पर क्लिक करना होगा. और उसके बाद complete allowance के बाद आपके backups जब भी होंगे, आपके Google Drive के किसी folder में save होते रहेंगे, जैसा भी आपने configure किया होगा.

इस plugin का एक pro version भी available है जोकि आपको बहुत से अन्य features provide करता है. लेकिन फ्री version में ही आपको ज़्यादातर features मिल जाते हैं जोकि repeated schedular backups करने के लिए ज़रूरी हैं.

तो मुझे बताईये कि आपको ये plugin कैसा लगा? आप अपनी साईट का complete backup, schedular backups, और database-only backup करने के लिए किस method का और किन-किन plugins का use करते हैं?

ज़रूर पढ़ें:

ऐसे ही और informational Posts पढ़ते रहने के लिए और नए blog posts के बारे में Notifications प्राप्त करने के लिए हमारे Subscribe कीजिये. इस blog पोस्ट से सम्बंधित किसी भी तरह का प्रश्न पूछने के लिए नीचे comment कीजिये.

मुझे बताईये यदि आपके इस पोस्ट के सम्बंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है?

हमारे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

Subscribe for more such videos

The post अपने WordPress Blog के Database का Scheduled Backup कैसे करें? appeared first on ShoutMeHindi - Blogging Sikhiye.

Viewing all 288 articles
Browse latest View live